Paris Attack Verdict: पेरिस आतंकी हमले में 20 लोग दोषी करार, मुख्य आरोपी अब्देसलाम को मिली उम्रकैद की सजा
Paris Attack Verdict फ्रांसीसी अदालत ने पेरिस हमला को लेकर अहम फैसला सुनाया है... मुख्य हमलावर अब्देसलाम को सुनाई गयी है उम्रकैद की सजा पेरिस में13 नवंबर 2015 के हमलों में 130 लोग मारे गए थे ...जिसपर न्यायाधीश जीन-लुई पेरीज ने फैसला सुनाया है...
By Babli KumariEdited By: Updated: Thu, 30 Jun 2022 08:14 AM (IST)
पेरिस, रायटर। फ्रांस की एक अदालत ने बुधवार को पेरिस आतंकी हमले के लिए सभी 20 लोगों को दोषी करार दिया है। न्यायाधीश जीन-लुई पेरीज ने कहा कि मुख्य आरोपित सालाह अब्देसलाम को आतंकवाद, हत्या और अन्य आरोपों के तहत दोषी करार दिया। अब्देसलाम को उम्रकैद की सजा दी गयी है। उसे समूह का एकमात्र जीवित सदस्य माना जाता है जिसने 13 नवंबर, 2015 को इस हमले को अंजाम दिया। बेल्जियम में जन्मे फ्रांस के नागरिक अब्देसलाम ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। इसके साथ ही 19 अन्य लोगों को हमलावरों को हथियार, कार मुहैया कराने, हमले के षड्यंत्र में शाामिल रहने के लिए दोषी ठहराया गया।
इनमें से 13 कोर्ट में मौजूद थे। वहीं इस मामले में फरार छह अन्य लोगों को भी सजा सुनाई गई। नवंबर 13, 2015 को पेरिस में इस्लामी आतंकवादियों द्वारा गोलीबारी, आत्मघाती विस्फोटों को अंजाम दिया गया। कई लोगों को बंधक बनाया गया था। इन हमलों में 130 लोगों की मौत हो गई थी। स्टेड डी फ्रांस स्टेडियम, बटाक्लान संगीत हाल, छह बार और रेस्तरां को निशाना बनाकर हमले किए गए थे।
अदालत ने बुधवार को सलाह अब्देसलाम पर पैरोल की किसी भी संभावना के बिना आजीवन जेल की सजा सुनाई, समूह का एकमात्र जीवित सदस्य जिसने पेरिस में 13 नवंबर, 2015 को बंदूक और बम हमले में 130 लोगों की हत्या कर दी थी। फ्रांस में सजा सबसे कठोर है, जहां 1981 में मौत की सजा को समाप्त कर दिया गया था। इसका मतलब है कि 32 वर्षीय अब्देसलाम अपना शेष जीवन जेल में बिताएगा। सितंबर में एक सुनवाई के दौरान, बेल्जियम में जन्मे फ्रांसीसी ने पेरिस की अदालत से कहा- 'मैंने इस्लामिक स्टेट का सैनिक बनने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी।'#UPDATE The sole surviving member of an Islamic State terror cell that killed 130 people in Paris in November 2015 was handed a whole-life sentence by a French court on Wednesday, the toughest punishment possible https://t.co/Ca8igq8BK0 pic.twitter.com/gJiRDhHSC5
— AFP News Agency (@AFP) June 29, 2022