चीन के आक्रामक रवैये के खिलाफ फिलीपींस का एक्शन, आसियान देशों से किया 'ड्रैगन' के विरुद्ध एकजुट होने का आह्वान
फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनैंड मार्कोस जूनियर ने सोमवार को कहा कि पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा कर रहे बीजिंग के आक्रामक रवैये और गैरकानूनी गतिविधियों का मुकाबला और अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए सभी पड़ोसी देशों के पास एकजुट होने के सिवाय और कोई चारा नहीं रह गया है। चीन के दावे ने फिलीपींस वियतनाम मलेशिया ताइवान और ब्रुनेई को मुश्किल में डाल दिया है।
एपी, मेलबर्न। फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनैंड मार्कोस जूनियर ने सोमवार को कहा कि पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा कर रहे बीजिंग के आक्रामक रवैये और गैरकानूनी गतिविधियों का मुकाबला और अपने क्षेत्र की रक्षा के लिए सभी पड़ोसी देशों के पास एकजुट होने के सिवाय और कोई चारा नहीं रह गया है।
पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है चीन
आस्ट्रेलियाई शहर मेलबर्न में दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे मार्कोस ने कहा कि दक्षिण चीन सागर में बीजिंग के विरोध में खड़ा होना पड़ेगा। चीन लगभग पूरे दक्षिण चीन सागर पर दावा करता है। यह पोतों के आवागमन के लिए विश्व के सबसे महत्वपूर्ण जलमार्गों में से एक है। अपने दावे को बल देने के लिए चीन ने कई कृत्रिम द्वीपों पर चौकियों का निर्माण किया है।
चीन के दावे ने बढ़ाई इन देशों की मुश्किलें
चीन के दावे ने फिलीपींस, वियतनाम, मलेशिया, ताइवान और ब्रुनेई को मुश्किल में डाल दिया है। आसियान के ये देश इस क्षेत्र में द्वीपों, चट्टानों और समुद्र के नीचे के संसाधनों पर अपना दावा करते हैं।चीनी विदेश मंत्रालय ने लगाया फिलीपींस पर आरोप
उधर चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने फिलीपींस पर दक्षिण चीन सागर में भड़काऊ कार्रवाई करने और बीजिंग की क्षेत्रीय संप्रभुता एवं समुद्री हितों को कमजोर करने का आरोप लगाया है।