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फ‍िलिपींस में फूटा ताल ज्‍वालामुखी, राजधानी मनीला तक पहुंची राख, 16,700 लोग हटाए गए

फ‍िलिपींस में सोमवार को ताल ज्‍वालामुखी Taal volcano ने लावा और आग उगलना शुरू किया जिसके बाद 16700 लोग इलाके से बाहर निकाले गए हैं। जानें कितना बड़ा है यह खतरा...

By Krishna Bihari SinghEdited By: Updated: Mon, 13 Jan 2020 11:32 AM (IST)
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फ‍िलिपींस में फूटा ताल ज्‍वालामुखी, राजधानी मनीला तक पहुंची राख, 16,700 लोग हटाए गए
मनीला, आइएएनएस/एएफपी। फ‍िलिपींस में एक ज्‍वालामुखी के फूटने से अफरातफरी मच गई है। समाचार एजेंसी आइएएनएस की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोमवार को ताल ज्‍वालामुखी Taal volcano ने लावा और आग उगलना शुरू किया जिसके बाद प्रभावित इलाके को खाली कराते हुए 16,700 लोगों को सुरक्षित ठिकानों पर ले जाया गया है। ज्‍वालामुखी विस्‍फोट इतना भयानक है कि इसकी राख 70 किलोमीटर दूर राजधानी मनीला तक पहुंच गई है।  

समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, फिलीपींस में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। ज्‍वालामुखी के फटने के कारण सैंकड़ों विमान सेवाएं प्रभावित हुई हैं। ज्वालामुखी से राख निकलने और भूंकप के झटकों को देखते हुए नजदीक के इलाके खाली कराए जा रहे हैं। नजदीकी इलाकों में स्कूल और सरकारी कार्यालय बंद हैं। फिलीपींस स्टॉक एक्सचेंज भी एहतियातन बंद रखा गया है। ज्वालामुखी से निकल रही राख के कारण करीब 240 उड़ानें रद की गई हैं।

फिलीपींस की भूकंप एजेंसी ने अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि आने वाले दिनों में ज्वालामुखी में और घातक धमाके हो सकते हैं। राख के बादल के 50 हजार फुट की ऊंचाई तक पहुंच गए हैं जिससे विमानों को खतरा हो सकता है। मनीला स्थित नीनॉय एक्वीनो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रविवार को सभी उड़ानें स्थगित रहीं। रिपोर्टों में कहा गया है कि ताल ज्‍वालामुखी फिलीपींस का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी है। साल 1977 में इसमें आखिरी बार धमाका हुआ था।

रिपोर्टों में कहा गया है कि ज्वालामुखी के पास करीब एक किलोमीटर ऊंचा राख का गुबार मीलों दूर से देखा जा सकता है। आसपास के इलाकों में विस्‍फोट के झटके महसूस किए जा रहे हैं। स्‍थानीय आपदा कार्यालय के मुताबिक, राख और धुआं मनीला तक पहुंच रहा है। इससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। इससे पहले जनवरी 2018 में माउंट मेयन में ज्‍वालामुखी विस्‍फोट हुआ था जिससे निकली राख और लावे के कारण हजारों लोगों को अपना आवास छोड़ना पड़ा था।