Move to Jagran APP

युद्ध से पहले की तैयारी है चीनी सेना PLA का सैन्य अभ्यास, विशेषज्ञों का दावा- जल्द होगा ताइवान पर हमला

अमेरिका-ताइवान की बढ़ती नजदीकियों के बीच PLA ने सैन्य अभ्यास किया है। सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि चीन द्वारा ताइवान के पास किया गया हालिया सैन्य अभ्यास कोरी धमकी नहीं बल्कि युद्ध से पहले की तैयारी है।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Tue, 11 Apr 2023 11:07 PM (IST)
Hero Image
युद्ध से पहले की तैयारी है चीनी सेना PLA का सैन्य अभ्यास (फाइल फोटो)
ताइपे, एजेंसी। अमेरिका-ताइवान की बढ़ती नजदीकियों के बीच PLA ने सैन्य अभ्यास किया है। सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि चीन द्वारा ताइवान के पास किया गया हालिया सैन्य अभ्यास कोरी धमकी नहीं बल्कि युद्ध से पहले की तैयारी है। चीन ने यह सैन्य अभ्यास ताइवान की राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन की अमेरिका यात्रा और अमेरिकी सदन के अध्यक्ष केविन मैक्कार्थी से मुलाकात की प्रतिक्रिया में किया है।

ताइवान पर अपना दावा करता है चीन

बता दें कि ताइवान की सरकार और लोगों द्वारा अस्वीकार किए जाने के बावजूद चीन इसे अपना प्रांत बताता है। त्साई के ताइपे पहुंचते ही बीजिंग ने तीन दिनों के सैन्य अभ्यासे की घोषणा शुरू कर दी थी।

ताइवान पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा चीन

सैन्य विशेषज्ञ मानते हैं कि चीन का हालिया अभ्यास नैन्सी पालोमी की ताइवान यात्रा के समय किए गए अभ्यास से काफी छोटा है, फिर भी यह युद्ध की ज्यादा अधिक आशंकाएं जता रहा है। बता दें मैककार्थी की पूर्ववर्ती सदन अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी के ताइपे दौरे की प्रतिक्रिया में चीन ने आठ दिन तक सैन्य अभ्यास किया था। इस दौरान ताइवान के ऊपर से 11 मिसाइलें दागी गईं और हवाई एवं समुद्री यातायात बाधित करने के लिए नाकाबंदी की थी।

युद्ध का बड़ा संकेत है PLA का सैन्य अभ्यास

विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का इस बार का तीन दिन का तुलनात्मक रूप से छोटा अभ्यास संभावित युद्ध का बड़ा संकेत है। विशेषज्ञों का कहना है कि चीनी सेना पीएलए ज्यादा बोलने के बजाय जमीनी ताकत दिखा रही है। बड़े सैन्य अभ्यास सैन्य अर्थ में आम हैं, लेकिन किसी खास गतिविधि पर केंद्रित सैन्य अभ्यास संदेह जगाते हैं। इसी तरह चीन का हालिया अभ्यास सटीक, छोटा और विशेष रूप से लक्षित है।

ताइवान को घेरने में जुटा चीन

इस अभ्यास में चीन ने द्वीप को घेरने और सिम्युलेटेड हमलों की रणनीति परखी। इसके अलावा चीन ने दोनों देशों के बीच अंतरराष्ट्रीय रूप से मान्य सीमा का उल्लंघन किया। इससे यह आशंका जगती है कि चीन जल्दी ही ताइवान पर हमला कर सकता है।