Move to Jagran APP

'भारत की जनता ने ऐतिहासिक जीत के रूप में दिया आशीर्वाद', G7 शिखर सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

G7 Summit 2024 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी 7 शिखर सम्मेलन के दौरान आउटरीच बैठक में संबोधन दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि उनका सौभाग्य है कि उन्हें तीसरी बार पीएम बनकर देश की सेवा करने का अवसर मिला। उन्होंने एआई और ऊर्जा के क्षेत्र में नए प्रयासों की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने बढ़ते पर्यावरण प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन की चिंताओं से भी अवगत कराया।

By Agency Edited By: Sachin Pandey Updated: Fri, 14 Jun 2024 10:19 PM (IST)
Hero Image
G7 Summit 2024: पीएम मोदी ने जी 7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र को संबोधित किया। (Photo - ANI)
एएनआई, इटली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी 7 शिखर सम्मेलन के दौरान आउटरीच बैठक में हिस्सा लेने के लिए इटली पहुंचे है। इस दौरान उन्होंने आउटरीच सत्र को संबोधित भी किया। उन्होंने कहा कि उनका सौभाग्य है कि भारत की जनता ने उन्हें लगातार तीसरी बार सेवा का मौका दिया।

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'पिछले सप्ताह, आप में से कई लोग यूरोपीय संसद चुनावों में व्यस्त थे। कुछ मित्र आने वाले समय में चुनावों के उत्साह से गुजरेंगे। भारत में भी, कुछ महीने पहले चुनाव का समय था। टेक्नोलॉजी के सर्वव्यापी उपयोग से पूरी चुनावी प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी बनाया गया है। यह मेरा सौभाग्य है कि भारत के लोगों ने लगातार तीसरी बार मुझे अपनी सेवा करने का अवसर दिया है। भारत की जनता ने इस ऐतिहासिक जीत के रूप में जो आशीर्वाद दिया है, वह पूरे लोकतांत्रिक विश्व की जीत है।'

लॉन्च किया A.I. मिशन: मोदी

पीएम ने कहा, 'भारत मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से बेहतर भविष्य के लिए प्रयास कर रहा है। भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के लिए राष्ट्रीय रणनीति तैयार करने वाले पहले कुछ देशों में से एक है। इस रणनीति के तहत हमने इस वर्ष A.I मिशन लॉन्च किया है।' उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत द्वारा आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान हमने एआई के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय प्रशासन के महत्व पर जोर दिया था। भविष्य में भी हम एआई को पारदर्शी, निष्पक्ष, सुरक्षित, सुलभ और जिम्मेदार बनाने के लिए सभी देशों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।

पीएम ने अपने संबोधन में आगे कहा, 'ऊर्जा के क्षेत्र में भारत का दृष्टिकोण भी चार सिद्धांतों पर आधारित है - उपलब्धता, पहुंच, सामर्थ्य और स्वीकार्यता। भारत COP के तहत ली गई सभी प्रतिबद्धताओं को समय से पहले पूरा करने वाला पहला देश है। । हम 2070 तक नेट जीरो के लक्ष्य को हासिल करने की अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हमें मिलकर आने वाले समय को हरित युग बनाने की कोशिश करनी चाहिए। इसके लिए भारत ने मिशन LIFE यानी लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट शुरू किया है। इसी मिशन पर आगे बढ़ते हुए, 5 जून, पर्यावरण दिवस पर, मैंने एक अभियान शुरू किया है- एक पेड़ मां के नाम।'