PM Modi ने यूक्रेन यात्रा से पहले पोलैंड में दिया शांति पर संदेश, कहा- ये युद्ध का युग नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी भी देश में संकट आए भारत पहला देश होता है जो मदद के लिए हाथ बढ़ाता है जब कोविड आया तो भारत ने कहा मानवता सबसे पहले...भारत बुद्ध की विरासत वाली धरती है जो युद्ध नहीं शांति की बात करती है। ये उन चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट होने का समय है जिनसे मानवता को सबसे बड़े खतरे हैं।
एएनआई, वारसॉ। पीएम मोदी बुधवार को पोलैंड की दो दिवसीय यात्रा पर वारसॉ पहुंचे और पिछले 45 वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली पोलैंड यात्रा है। पोलैंड में पीएम मोदी ने भारतीय समुदाय को संबोधित किया। आज का भारत सबसे जुड़ना चाहता है, आज का भारत सबके विकास की बात करता है। आज का भारत सबके साथ है, सबके हित की सोचता है। हमें गर्व है कि आज दुनिया भारत को विश्व बंधु के रूप में सम्मान दे रही है...जिनको कहीं जगह नहीं मिली उनको भारत ने अपने दिल और अपनी ज़मीन दोनों जगह स्थान दिया है।
ये युद्ध का युग नहीं- पीएम मोदी
आगे पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी भी देश में संकट आए, भारत पहला देश होता है जो मदद के लिए हाथ बढ़ाता है...जब कोविड आया, तो भारत ने कहा 'मानवता सबसे पहले'...भारत बुद्ध की विरासत वाली धरती है जो युद्ध नहीं शांति की बात करती है... ये युद्ध का युग नहीं है। ये उन चुनौतियों से निपटने के लिए एकजुट होने का समय है जिनसे मानवता को सबसे बड़े खतरे हैं। इसलिए भारत कूटनीति और संवाद पर बल दे रहा है।
भारत और पोलैंड के समाज में अनेक समानताएं
वारसॉ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और पोलैंड के समाज में अनेक समानताएं हैं। एक बड़ी समानता लोकतंत्र की भी है...भारत के लोगों का लोकतंत्र पर अटूट भरोसा है। ये भरोसा हमने हाल के चुनावों में भी देखा है...हम भारतीय विविधता को जीना भी जानते हैं और उत्सव मनाना भी जानते हैं। इसलिए हर सोसाइटी में हम आसानी से घुल मिल जाते हैं।भारत में 300 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज बनाए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले दस साल में हमने भारत में 300 से ज्यादा नए मेडिकल कॉलेज बनाए। पिछले दस साल में भारत में मेडिकल सीटें दो गुणा हो चुकी हैं। इन दस सालों में हमने मेडिकल सिस्टम में 75,000 नई सीटें जोड़ी हैं। आने वाले 5 साल में हम मेडिकल सिस्टम में 75,000 नई सीटें और जोड़ने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं... वो दिन दूर नहीं है जब हम दुनिया को कहेंगे कि 'हील इन इंडिया'।