G20 में PM मोदी ने कूटनीतिक बाजी मारी, US व पश्चिमी देशों के समक्ष यूक्रेन जंग को समाप्त करने का किया आह्वान
Modi Speaks in G20 रूस यूक्रेन जंग को समाप्त का मामला ऐसे समय उठाया है जब अमेरिका व पश्चिमी देश रूस के प्रति भारत की तटस्थता नीति की निंदा कर चुके हैं। हालांकि भारत यह साफ कर चुका है कि वह जंग के खिलाफ है।
By Ramesh MishraEdited By: Updated: Tue, 15 Nov 2022 05:35 PM (IST)
बाली, एजेंसी। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार का इंडोनेशिया के बाली में रूस यूक्रेन जंग को समाप्त करने के लिए कूटनीतिक पहल का आग्रह किया है। इसके पूर्व मोदी ने सितंबर में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से साफ कहा था कि आज का युग युद्ध का नहीं है। उन्होंने रूस यूक्रेन जंग को समाप्त का मामला ऐसे समय उठाया है, जब अमेरिका व पश्चिमी देश रूस के प्रति भारत की तटस्थता नीति की निंदा कर चुके हैं। हालांकि, भारत यह साफ कर चुका है कि वह जंग के खिलाफ है। भारत की मान्यता है कि दुनिया में किसी भी समस्या का हल वार्ता और संवाद है।
पीएम मोदी ने बाइडन और चिनफिंग के आगे उठाया यूक्रेन जंग का मुद्दा
1- पीएम मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन में कहा कि मैंने बार-बार कहा है कि हमें यूक्रेन में युद्ध विराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने की राह खोजनी होगी। उन्होंने आगे कहा कि दुनिया में शांति, सद्भाव और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस और सामूहिक संकल्प दिखाना होगा। पीएम मोदी ने कहा कि यह समय की मांग है। रूस के फरवरी में यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पहली बार जी-20 नेताओं की बैठक हो रही है।
2- विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत का कहना है कि पीएम मोदी ने यूक्रेन जंग के कूटनीतिक समाधान की बात कहकर यह संकेत दिया है कि वर्ष 2023 के जी-20 का एजेंडा क्या होगा। उन्होंने साफ कर दिया कि अब समय आ गया है कि यूक्रेन जंग के खात्मे के लिए कूटनीतिक रास्ता निकाला जाए। उन्होंने कहा कि इस बात की उम्मीद की जा रही थी कि अमेरिका व पश्चिमी देश भारत पर इस बात के लिए पहल करवा सकते हैं। इसके पूर्व ही मोदी ने अपने संबोधन में यूक्रेन जंग को समाप्त करने के लिए दुनिया के समक्ष आग्रह किया है।
3- प्रो पंत ने कहा कि मोदी ने यूक्रेन जंग के समाप्त होने की बात ऐसे मंच पर की है, जिसमें उन मुल्कों के राष्ट्राध्यक्ष भी शिरकत कर रहे हैं, जो भारत पर रूस के पक्ष में रहने का आरोप लगा चुके हैं। ऐसे में मोदी ने यूक्रेन जंग को समाप्त करने का आह्वान कर अमेरिका व पश्चिमी देशों को संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि अमेरिका व पश्चिमी देश भारत पर रूस के सहयोग करने का आरोप लगा चुके हैं। ऐसे में जी-20 के मंच से मोदी की यह अपील इन मुल्कों को अचरज में डाल सकती है। प्रो पंत ने कहा कि यह भारत का एक बड़ा कूटनीतिक दांव हो सकता है।
4- प्रो पंत ने कहा कि भारत ने जी-20 के मंच से युद्ध समाप्त करने के लिए दुनिया को आगे आने को कहा है। उन्होंने कहा कि इस जंग को समाप्त करने का महज कूटनीतिक रास्ता ही है। ऐसा करके मोदी ने भारतीय विदेश नीति की भी एक तस्वीर पेश की है। मोदी ने यह दिखा दिया है कि भारत किसी हाल में युद्ध का समर्थक नहीं हो सकता है। यही कारण है कि मोदी ने जी-20 के सम्मेलन में यूक्रेन जंग को समाप्त करने की जोरदार पहल की है।
5- हालांकि, विशेषज्ञों को अनुमान था कि अमेरिका व पश्चिमी देश यूक्रेन जंग को समाप्त कराने के लिए भारत को आगे कर सकते हैं, लेकिन पीएम मोदी ने अपने भाषण में यूक्रेन जंग का कूटनीतिक रास्ता निकालने की बात कहकर सब बातों पर विराम लगा दिया है। ऐसा करके मोदी यह संकेत दिया है कि वर्ष 2023 में जी-20 की अध्यक्षता के दौरान भारत के लिए यह एक ज्वलंत मुद्दा होगा। प्रो पंत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने सटीक समय पर यूक्रेन जंग को समाप्त करने का मामला उठाया है।
यह भी पढ़ें: G20 Summit in Bali: समिट के पहले दिन भारतीय मूल के ब्रिटिश PM सुनक से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मुलाकात