मानवता की सफलता सामूहिक शक्ति में है, युद्ध के मैदान में नहीं, UN में बोले PM मोदी
दुनिया में चल रहे संघर्षों पर पीएम ने किसी विशेष संघर्ष का नाम लिए बिना कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय दुनिया के भविष्य पर चर्चा कर रहा है तो सर्वोच्च प्राथमिकता मानव-केंद्रित दृष्टिकोण को दी जानी चाहिए। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि सतत विकास को प्राथमिकता देते हुए मानव कल्याण खाद्य और स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
पीटीआई, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र के 'भविष्य के शिखर सम्मेलन' को संबोधित करते हुए कहा कि मानवता की सफलता सामूहिक शक्ति में निहित है, युद्ध के मैदान में नहीं।
पीएम ने किसी विशेष संघर्ष का नाम लिए बिना कहा कि जब अंतरराष्ट्रीय समुदाय दुनिया के भविष्य पर चर्चा कर रहा है, तो सर्वोच्च प्राथमिकता 'मानव-केंद्रित दृष्टिकोण' को दी जानी चाहिए। मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि सतत विकास को प्राथमिकता देते हुए मानव कल्याण, खाद्य और स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा, भारत में 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालकर हमने यह दिखा दिया है कि सतत विकास सफल हो सकता है। भारत अपनी सफलता के इस अनुभव को पूरे ग्लोबल साउथ के साथ साझा करने के लिए तैयार है। उन्होंने वैश्विक संस्थाओं में सुधार का आह्वान करते हुए कहा कि यह वैश्विक शांति और विकास के लिए आवश्यक है।