प्लेन नहीं ट्रेन से यूक्रेन पहुंचेंगे PM मोदी... मेलोनी-बाइडन समेत कई बड़े नेता कर चुके इस रेल की सवारी; खासियत जानकार रह जाएंगे दंग
प्रधानमंत्री मोदी 23 अगस्त 2024 को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की के निमंत्रण पर युद्ध प्रभावित यूक्रेन की राजधानी कीव का दौरा करेंगे। यह 30 से अधिक वर्षों में किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा होगी। इस बीच विदेश मंत्रालय ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कीव में सात घंटे बिताएंगे। पीएम मोदी की कीव यात्रा में 20 घंटे की रेल यात्रा शामिल होगी।
डिजिटल डेस्क, कीव। इसी साल जुलाई में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की थी। अब वह यूक्रेन में राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात करने वाले हैं। पीएम मोदी चौथी बार जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे। पीएम मोदी जेलेंस्की के निमंत्रण पर युद्ध प्रभावित कीव का दौरा करेंगे। वह 23 अगस्त, 2024 को यहां पहुचेंगे।
30 साल में पहली बार किसी भारतीय PM का यूक्रेन दौरा
बता दें कि 30 से अधिक वर्षों में यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की यूक्रेन की पहली यात्रा होगी। विदेश मंत्रालय ने सोमवार को इसकी जानकारी दी। विदेश मंत्रालय ने यह भी खुलासा किया कि प्रधानमंत्री मोदी कीव में सात घंटे बिताएंगे। फिलहाल इस समय पीएम मोदी पोलैंड में है।कैसे जाएंगे पीएम मोदी यूक्रेन
अब सवाल ये है कि युद्धग्रस्त यूक्रेन में जहां बड़े पैमाने पर एयरपोर्ट्स बंद हो रखे है। वहीं, सड़क से सफर करना जोखिमभरा हो सकता है। ऐसे में पीएम मोदी यूक्रेन कैसे पहुंचेगें? जवाब है- ट्रेन से...बड़े-बड़े नेता कर चुके इस ट्रेन से यात्रा
पीएम मोदी विशेष रूप से डिजाइन की गई एक लग्जरी ट्रेन (Rail Force One) के जरिए पोलैंड से कीव जाएंगे। बता दें कि दुनिया की बड़े-बड़े नेता इसी ट्रेन के जरिए यूक्रेन गए है। इसमें अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों और जर्मनी के चांसलर ओल्फ स्कॉल्ज का नाम शामिल हैं। बाइडेन के अलावा, युद्ध प्रभावित यूक्रेन में पहुंचने के लिए अब तक 200 से ज्यादा विदेशी राजनयिक मिशन इस ट्रेन सेवा का इस्तेमाल कर चुके हैं। इनमें ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी भी शामिल हैं।कितने घंटे में यूक्रेन पहुंचेंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी की कीव यात्रा में 20 घंटे की रेल यात्रा शामिल होगी, जिसके दौरान वह रात भर चलने वाली रेल फोर्स वन ट्रेन में सवार होंगे। विशेष रूप से डिजाइन की गई उच्च सुरक्षा वाली ये ट्रेन एक आरामदायक यात्रा प्रदान करती है। साथ ही शानदार सुविधाओं, कार्यकारी स्तर के काम और आराम करने जैसे सुविधाओं से भरपूर है।'रेल फोर्स वन'
- मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, 'रेल फोर्स वन' का इंटीरियर बेहद सुरक्षित है।
- इसमें लकड़ी के पैनल वाले केबिन हैं, जिनमें काम और आराम के लिए ज़रूरी सभी चीजें मौजूद हैं।
- इसकी सुविधाओं में मीटिंग के लिए एक बड़ी लंबी टेबल, एक आलीशान सोफा, दीवार पर लगा एक टीवी और आरामदायक सोने की व्यवस्था शामिल है।
- ये आलीशान रेल 2014 में क्रीमिया आने वाले टूरिस्ट के लिए बनाई गई थीं।
- हालांकि, रूस के कब्जे के बाद, इन्हें युद्धग्रस्त देश में विश्व नेताओं और वीआईपी को सुरक्षित रूप से ले जाने के लिए फिर से तैयार किया गया।
- ये ट्रेन इलेक्ट्रिक इंजनों में नहीं बल्कि डीजल इंजनों पर चलाई जाती है।