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आइसलैंड में आठ साल में पहली बार दिखा दुर्लभ भालू, पुलिस ने तुरंत मार दी गोली; क्या है वजह

सुदूर आइसलैंड के गांव में एक झोपड़ी के बाहर 8 साल में पहली बार दुर्लभ भालू दिखाई दिया जिसे पुलिस ने स्थानीय निवासियों के लिए खतरा समझकर गोली मार दी। पर्यावरण एजेंसी के परामर्श के बाद 19 सितंबर को उत्तर पश्चिमी आइसलैंड में भालू को मार दिया गया। वेस्टफजॉर्ड्स के पुलिस प्रमुख हेल्गी जेन्सन ने इसको लेकर कहा खतरों को देखते हुए हमने ऐसा किया

By Jagran News Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Sat, 21 Sep 2024 10:32 PM (IST)
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आइसलैंड में आठ साल में पहली बार दिखा दुर्लभ भालू
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। सुदूर आइसलैंड के एक गांव में एक झोपड़ी के बाहर  दुर्लभ रूप से एक ध्रुवीय भालू दिखाई दे रहा था, जिसे पुलिस ने स्थानीय निवासियों के लिए खतरा समझकर गोली मार दी। बता दें कि यह 8 साल में पहली बार दिखाई दिया है। पर्यावरण एजेंसी के परामर्श के बाद 19 सितंबर को उत्तर पश्चिमी आइसलैंड में भालू को मार दिया गया।

वेस्टफजॉर्ड्स के पुलिस प्रमुख हेल्गी जेन्सन ने भालू के बारे में जानकारी देते हुए एपी के हवाले से कहा, 'यह ऐसा कुछ नहीं है जो हम करना पसंद करते हैं।' उन्होंने कहा कि भालू ग्रीष्मकालीन घर के बहुत करीब था। पुलिस ने आगे बताया, वहां एक बूढ़ी औरत थी। महिला, जो उस समय अकेली थी उसने डर के मारे खुद को ऊपर की मंजिल में बंद कर लिया क्योंकि भालू उसके कचरे को खंगाल रहा था। उसने सहायता के लिए रेकजाविक में अपनी बेटी से संपर्क किया।

बर्फ पर तैरते हुए ग्रीनलैंड से तट पर आ जाते भालू

पुलिस ने आगे कहा, अन्य ग्रीष्मकालीन निवासी पहले ही खतरे को देखते हुए क्षेत्र छोड़ चुके थे। ओलेर भालू आइसलैंड के मूल निवासी नहीं हैं, लेकिन कभी-कभी बर्फ पर तैरते हुए ग्रीनलैंड से तट पर आ जाते हैं।

19 सितंबर को मारा गया भालू 2016 के बाद से आइसलैंड में पहली बार देखा गया था, नौवीं शताब्दी के बाद से इसे केवल 600 बार देखा गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि भालू का वजन अनुमानत 150 से 200 किलोग्राम के बीच होगा, जिसे आगे के अध्ययन के लिए आइसलैंडिक इंस्टीट्यूट ऑफ नेचुरल हिस्ट्री में ले जाया जाएगा।

मनुष्यों के लिए खतरा बन सकते भालू

वैज्ञानिकों ने परजीवियों और संक्रमणों के लिए भालू की जांच करने, उसके अंग स्वास्थ्य और शरीर में वसा प्रतिशत का आकलन करने और संस्थान के संग्रह के लिए संभावित रूप से उसकी खाल और खोपड़ी को संरक्षित करने की योजना बनाई है। रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि ध्रुवीय भालू देश में एक संरक्षित प्रजाति है, लेकिन अगर वे मनुष्यों या पशुधन के लिए खतरा पैदा करते हैं तो अधिकारी घातक कार्रवाई कर सकते हैं।