Lebanon Government Formation: लेबनान में सियासी संकट खत्म, राष्ट्रपति ने नई सरकार के गठन का ऐलान किया
लेबनान में 13 महीनों से जारी राजनीतिक गतिरोध को खत्म करते हुए एक नई सरकार का गठन किया गया है। राजनीतिक गतिरोध के चलते देश में आर्थिक संकट और गहरा गया था। देश में वित्तीय अराजकता जैसे हालात उत्पन्न हो गई थी।
By Ramesh MishraEdited By: Updated: Fri, 10 Sep 2021 09:56 PM (IST)
बेरूत, एजेंसी। लेबनान में 13 महीनों से जारी राजनीतिक गतिरोध को खत्म करते हुए एक नई सरकार का गठन किया गया है। राष्ट्रपति मिशेल औन के कार्यालय ने नजीब मिकाती की अध्यक्षता में नई सरकार की शुक्रवार को घोषणा की है। मिकाती लेबनान के एक अरबपति कारोबारी है। राष्ट्रपति की इस घोषणा के बाद ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि इन 13 महीनों में आम लोगों ने जिन संकटों का सामना किया है, उनका अंत हो जाएगा। नई सरकार के गठन को लेकर तब से प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक समूहों में असहमति बनी हुई थी, जिससे देश में आर्थिक संकट और गहरा रहा था।
राजनीतिक गतिरोध के चलते देश में आर्थिक संकट और गहरा गया था। देश में वित्तीय अराजकता जैसे हालात उत्पन्न हो गई थी। गौरतलब है कि बेरूत बंदरगाह पर 4 अगस्त, 2020 को हुए विनाशकारी धमाके के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री हसन दियाब की सरकार को इस्तीफा देना पड़ा था। इसके बाद से देश में राजनीतिक अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न हो गई थी।
शुक्रवार को हुई प्रेस कांफ्रेंस में मिकाती ने कहा कि स्थिति बेहद खतरानक है। उन्होंने कहा कि लेकिन अगर हम लेबनानी एक हो जाएं, तो कुछ असंभव नहीं है। हमें अपने हाथ एक साथ आगे लाने होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सभी उम्मीद और दृढ़ निश्चय के साथ एक साथ काम करने जा रहे हैं। नए प्रधानमंत्री मिकाती ने औन के साथ बैठक के बाद राष्ट्रपति बाबदा पैलेस में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बातें कहीं। इस दौरान उनके साथ संसद के स्पीकर नाबिह बैरी भी मौजूद थे।
देश की पिछली सरकार की तरह इस सरकार में भी नए लोग शामिल हैं। इनमें वित्त मंत्री युसेफ खलील, केंद्रीय बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी और सरकार द्वारा संचालित रफिक हरीरी विश्वविद्यालय अस्पताल के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद शामिल हैं, जो कोरोना महामारी के दौरान प्रमुखता से काम कर रहे थे। मिकाती ने असाधारण परिस्थितियों में लेबनान की मदद करने का वादा किया है, क्योंकि इसकी अर्थव्यवस्था चरमरा रही है। राष्ट्रपति से मुलाकात से पहले बैरी राष्ट्रपति आवास में एक पेपर हाथों में लेकर यहां पहुंचे, जिसमें मंत्रियों की अंतिम सूची थी।