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Niger: तख्तापलट समर्थकों ने फ्रांसीसी दूतावास पर किया हमला, 'पुतिन जिंदाबाद' के लगाए नारे

नाइजर में सैन्य शासन लागू होने के बाद लोगों ने फ्रांस के प्रति गुस्सा जाहिर किया। हजारों की संख्या में सैन्य तख्तापलट का समर्थन करने वाले लोगों ने फ्रांसीसी दूतावास पर हमला कर दिया। गुस्साएं लोग फ्रांस के खिलाफ नारे लगा रहे थे। साथ ही फ्रांसीसी दूतावास के सामने तनावपूर्ण और हिंसक दृश्य देखे गए। लोगों ने पुतिन जिंदाबाद के नारे लगाए।

By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Mon, 31 Jul 2023 04:32 AM (IST)
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तख्तापलट समर्थकों ने फ्रांसीसी दूतावास पर किया हमला। (Photo- AP)
नियामी, एएनआई। नाइजर में सैन्य शासन लागू होने के बाद लोगों ने फ्रांस के प्रति गुस्सा जाहिर किया। हजारों की संख्या में सैन्य तख्तापलट का समर्थन करने वाले लोगों ने फ्रांसीसी दूतावास पर हमला कर दिया। गुस्साएं लोग फ्रांस के खिलाफ नारे लगा रहे थे। साथ ही फ्रांसीसी दूतावास के सामने तनावपूर्ण और हिंसक दृश्य देखे गए।

'पुतिन जिंदाबाद' के लगाए गए नारे

बता दें कि लोगों ने फ्रांसीसी दूतावास पर हमला करने के साथ-साथ रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रति प्यार दिखाया। लोगों ने पुतिन जिंदाबाद के नारे लगाए। नाइजर लोगों ने रूस जिंदाबाद के भी नारे लगाए।

गुस्साएं लोगों ने फ्रांसीसी दूतावास से बोर्ड हटा दिया। इसके जगह पर रूसी व नाइजीरियाई झंडे लगा दिए। वहीं, लोगों ने "फ्रांस मुर्दाबाद", "पुतिन जिंदाबाद" और "रूस जिंदाबाद" के नारे लगाए।

प्रदर्शनकारियों पर दागे गए गोले

वहीं, प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस अधिकारियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े। इधर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के कार्यालय ने घोषणा की है कि नाइजर में फ्रांसीसी व्यक्तियों या कार्यालयों पर हमला करने वाले लोगों को जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।

राष्ट्रपति की रिहाई की मांग

बता दें कि नाइजर के राष्ट्रपति बजौम को सैन्य शासन में बदलने की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर निंदा हो रही है। सेना ने नाइजर के राष्ट्रपति को गिरफ्तार कर लिया है। राष्ट्रपति की रिहाई के लिए मांग की जा रही है।