सिडनी यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर ने की भारत की जमकर प्रशंसा, कहा- मोदी सरकार के नेतृत्व में भारतीय लोकतंत्र की अच्छी सेहत
सिडनी यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर सल्वाटोर बाबोन्स ने कहा कि दुनिया भारत को एक माडल के रूप में देखेगी। लोकतांत्रिक विफलता के रूप में नहीं बल्कि लोकतांत्रिक सफलता के रूप में देखेगी। 75 साल पुराना भारतीय लोकतंत्र निश्चित रूप से सबसे बेहतर हालत में है।
By Ashisha Singh RajputEdited By: Updated: Tue, 13 Sep 2022 10:54 PM (IST)
सिडनी, एजेंसी। आस्ट्रेलिया की सिडनी यूनिवर्सिटी का कहना है कि भारतीय लोकतंत्र की सेहत सभी मानकों पर बहुत अच्छी है। मोदी सरकार के शासनकाल में शिक्षा और आय के स्तर पर समकक्ष देशों के मुकाबले भारत की स्थिति बहुत बेहतर है। यूनिवर्सिटी ने स्पष्ट किया कि कई विशिष्ट अवसरों पर भारतीय लोकतंत्र की गुणवत्ता में कमी आने के सुबूत देने वाली अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की रिपोर्टों में जानबूझकर धोखा देने की नीयत नजर आती है।
यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर ने बताया
आस्ट्रेलिया टुडे में प्रकाशित एक आलेख में सिडनी यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर सल्वाटोर बाबोन्स ने कहा कि दुनिया भारत को एक माडल के रूप में देखेगी। लोकतांत्रिक विफलता के रूप में नहीं बल्कि लोकतांत्रिक सफलता के रूप में देखेगी। 75 साल पुराना भारतीय लोकतंत्र निश्चित रूप से सबसे बेहतर हालत में है।
अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में मान्यताप्राप्त बाबोन्स ने कहा कि अकसर कहा जाता है कि भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है। लेकिन इस बात को बहुत कम लोग समझ पाते हैं कि अब तक गरीब देश होते हुए भी स्वतंत्र देश के तौर पर समूचे इतिहास में लोकतांत्रिक संस्थाओं को सर्वाधिक व्यवस्थित रखा गया है।प्रगतिशील सामाजिक वैज्ञानिक माने जाने वाले लेखक ने अपने लेख में बताया है कि भारतीय लोकतंत्र के तौर पर हुई आलोचना हमेशा गलत अवधारणा पर हुई है। असल में वह सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी की आलोचना करना चाहते थे। यह वही आलोचनाएं हैं जो आमतौर पर भारत में विपक्षी दल करते हैं।