अमेजन की 'माश्को पीरो' जनजाति दुनिया के लिए आज भी बड़ा रहस्य, हैरान कर देंगी इस आदिवासी समुदाय की दुर्लभ तस्वीरें
पेरू के अमेजन क्षेत्र में आम लोगों से दूर रहने वाली जनजाति माश्को पीरो की नई और बेहद दुर्लभ तस्वीरें सामने आई हैं। जनजाति माश्को पिरो को उनके अलग-थलग इलाके से बाहर निकलते हुए देखा गया है। मंगलवार को सर्वाइवल इंटरनेशनल द्वारा जारी की गई तस्वीरों में कई जनजाति के सदस्यों को नदी के किनारे आराम करते हुए दिखाया गया है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पेरू के अमेजन क्षेत्र में आम लोगों से दूर रहने वाली जनजाति माश्को पीरो की नई और बेहद दुर्लभ तस्वीरें सामने आई हैं। जनजाति माश्को पिरो को उनके अलग-थलग इलाके से बाहर निकलते हुए देखा गया है। मंगलवार को सर्वाइवल इंटरनेशनल द्वारा जारी की गई तस्वीरों में कई जनजाति के सदस्यों को नदी के किनारे आराम करते हुए दिखाया गया है।
भोजन की तलाश में उन्हें जंगल से बाहर आते देखा गया
आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा करने वाले स्थानीय समूह फेनामाद ने कहा कि इस जनजाति के लोग अकेले रहना पसंद करते हैं, लेकिन हाल के सप्ताहों में भोजन की तलाश में उन्हें जंगल से बाहर आते देखा गया है। इससे साफ है कि लकड़ी काटने वाली कंपनियों की बढ़ती उपस्थिति की वजह से आदिवासी अपने मूल निवास से दूर जा रहे हैं।
ये तस्वीरें जून के अंत में ली गईं
सर्वाइवल इंटरनेशनल की रिपोर्ट के अनुसार, ये तस्वीरें जून के अंत में ब्राजील की सीमा से लगे दक्षिण-पूर्वी पेरू प्रांत माद्रे डी डिओस में एक नदी के तट के पास ली गई थीं।मानवाधिकार संगठन की निदेशक कैरोलीन पीयर्स ने कहा कि इन अविश्वसनीय तस्वीरों से पता चलता है कि माश्को पीरो एकांतवास में बड़ी संख्या में रहते हैं, जो उस स्थान से कुछ किलोमीटर की दूरी पर है, जहां लकड़हारे अपना काम शुरू करने वाले हैं।