Russia-Ukraine War: बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात करेगा रूस, नाटो ने बताया खतरनाक और गैरजिम्मेदाराना कदम
पुतिन का कहना है बेलारूस के राष्ट्रपति एलेक्जेंडर लुकाशेंको लंबे समय से इस तैनाती का अनुरोध कर रहे थे। सैन्य विशेषज्ञ रूस के इस कदम को महत्वपूर्ण मानते हैं क्योंकि 1990 के दशक के बाद यह पहली बार होगा कि जब रूस अपने देश से बाहर परमाणु हथियार तैनात करेगा।
By AgencyEdited By: Shashank MishraUpdated: Sun, 26 Mar 2023 10:27 PM (IST)
कीव, रायटर। रूस की बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात करने की योजना से पश्चिमी देशों में खलबली मच गई है। रूस ने कहा है कि अमेरिका के परमाणु हथियार नाटो के कई सदस्य देशों में तैनात हैं, इसलिए उसकी योजना में कुछ भी गलत नहीं है और न ही इससे परमाणु अप्रसार संधि का उल्लंघन हो रहा है।
सैन्य संगठन नाटो ने रूस की इस योजना की निंदा की है तो यूक्रेन ने इस पर चर्चा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाने की मांग की है। 13 महीने से जारी यूक्रेन युद्ध में परमाणु हथियारों की चर्चा तो कई बार उठी है लेकिन यह पहली बार है जबकि उनकी तैनाती का क्षेत्र बढ़ाने की घोषणा की गई है।
1990 के बाद पहली बार देश के बाहर परमाणु हथियार रखेगा रूस
1990 से पहले सोवियत संघ के परमाणु हथियारों की तैनाती भी उसके अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों (देशों) में होती थी लेकिन बाद में उसके परमाणु हथियार रूस में ही रह गए। अब राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उनकी बेलारूस में भी तैनाती की घोषणा की है। पुतिन ने कहा है कि इसमें कुछ भी असामान्य नहीं है क्योंकि अमेरिका सहयोगी देशों में परमाणु हथियारों की तैनाती का कार्य दशकों से कर रहा है।रूस की घोषणा ऐसे समय में हुई है जब यूक्रेन युद्ध चल रहा है और वहां पर पश्चिमी देश बड़ी मात्रा में हथियारों की आपूर्ति कर रहे हैं, इसलिए परमाणु हथियारों की तैनाती से तनाव और बढ़ने की आशंका है। उल्लेखनीय है कि बेलारूस की सीमाएं पोलैंड, लिथुआनिया और लातविया से लगती हैं।