रूस ने दक्षिणी यूक्रेन में पीछे हटने के दिए संकेत, कहीं ये कीव को फंसाने की तो नहीं है साजिश
Russia Ukraine War कीव सरकार और पश्चिमी सैन्य विश्लेषक इस मामले पर सतर्क हैं। यह सुझाव भी दे रहे हैं कि रूस यूक्रेनी सैनिकों को आगे बढ़ाने के लिए एक जाल स्थापित कर सकता है। (फोटो सोर्स AFP )
कीव, रायटर। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध दस महीने से लगातार जारी है। रूस ने यूक्रेन पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं। यूक्रेन भी रूस पर जवाबी कार्रवाई कर रहा है। इस बीच, दक्षिणी यूक्रेन में एक रूसी अधिकारी ने कहा कि मास्को संभवतः खेरसॉन में निप्रो नदी के पश्चिमी तट से अपने सैनिकों को खींच लेगा। साथ ही कहा कि उन्होंने नागरिकों से भी यह क्षेत्र छोड़ने का आग्रह किया है। सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक वापसी का संकेत है, जो रूस के युद्ध के लिए एक झटका होगा। वहीं, इसको लेकर मॉस्को में वरिष्ठ अधिकारियों ने सीधे तौर पर चुप्पी साध ली है।
कीव सरकार और पश्चिमी सैन्य विश्लेषक इस मामले पर सतर्क हैं। यह सुझाव भी दे रहे हैं कि रूस यूक्रेनी सैनिकों को आगे बढ़ाने के लिए एक जाल स्थापित कर सकता है।
रूसी सैनिक पूर्वी किनारे के लिए होंगे रवाना
स्थानीयि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार खेरसॉन क्षेत्र के रूसी-स्थापित उप नागरिक प्रशासक किरिल स्ट्रेमोसोव (Kirill Stremousov) ने गुरुवार को एक साक्षात्कार में कहा कि सबसे अधिक संभावना है कि हमारी यूनिटें और सैनिक पूर्वी किनारे के लिए रवाना होंगे। इस क्षेत्र में खेरसॉन शहर व इसी नाम के क्षेत्र की राजधानी भी शामिल है। यह एकमात्र प्रमुख शहर है, जिसे रूस ने फरवरी में अपने आक्रमण के बाद से बरकरार रखा है।
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लेने होंगे बहुत कठिन निर्णय: रूस
इससे पहले, रूस ने इनकार किया था कि उसकी सेना क्षेत्र से हटने की योजना बना रही थी। आरटी टेलीविजन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम पर स्ट्रेमौसोव कुछ अधिक स्पष्ट थे। उन्होंने कहा कि हमें अब कुछ बहुत कठिन निर्णय लेने होंगे। साथ ही कहा कि हमारी रणनीति जो भी हो और कुछ लोग चीजों को पहचानने से डर सकते हैं। लेकिन मेरे लिए इस समय यह कहने की कोशिश करना बहुत महत्वपूर्ण है। लोग, कृपया पूर्वी तट पर जाएं। आप कहीं अधिक सुरक्षित स्थिति में होंगे।
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यहां रह रहे लोगों के लिए होगा बड़ा झटका
एक अन्य बिंदु पर स्ट्रेमोसोव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि हम खेरसॉन को नहीं छोड़ेंगे और अगर ऐसा होता है, यह न केवल हम सभी की छवि के मामले में एक बड़ा झटका होगा, बल्कि उन लोगों के लिए एक बड़ा झटका होगा जो यहां रह सकते हैं।
वहीं, इंटरनेट पर जारी हुई तस्वीरों के बाद खेरसॉन शहर में मुख्य प्रशासनिक भवन के ऊपर रूस का झंडा नहीं लहरा रहा है। इस पर अटकलें तेज हो गईं कि क्या रूस वास्तव में यहां से बाहर निकल गया है।