बाखमुट के बाद अब अवदीव्का है रूसी सेना के निशाने पर, यूक्रेन में रूस ने तेज किए हमले; शहरों को कर रहा बर्बाद
यूक्रेन युद्ध के संबंध में अमेरिकी दस्तावेज के सार्वजनिक हो जाने से यूक्रेनी सेना को जवाबी हमलों के लिए अब नई योजना बनानी पड़ रही है। इसमें लगने वाले समय और तैयारियों के कारण रूसी सेना को अब आगे बढ़ने का मौका मिल गया है।
कीव, रायटर। रूस ने पूर्वी यूक्रेन के शहरों पर हमले बढ़ा दिए हैं। हाल के दिनों में बाखमुट और अवदीव्का पर हमले तेज किए गए हैं। खनिज की प्रचुरता वाले इस इलाके का रणनीतिक महत्व भी है। इसलिए दोनों देशों की सेनाएं इस इलाके के लिए महीनों से जूझ रही हैं।
इनके अतिरिक्त छोटे-बड़े दस शहरों पर भी गोलाबारी और बमबारी तेज हुई है। यूक्रेन की थलसेना के सर्वोच्च कमांडर कर्नल जनरल ओलेक्जेंडर सिरस्की ने कहा है कि प्रतिरोध को कम करने के लिए रूसी सेना अब सीरिया वाली युद्धनीति अपना रही है।
बाखमुट के 75 प्रतिशत भाग पर रूसी सेना का कब्जा: डेनिस पुशिलिन
वह शहरों में स्थित भवनों और नागरिक सुविधाओं को निशाना बना रही है जिससे लोग खुद ठिकाना छोड़कर भागें और रूसी सेना को आगे बढ़ने में आसानी हो। इससे बहुत बर्बादी हो रही है। डोनेस्क प्रांत में रूस के कब्जे वाले क्षेत्र के प्रमुख डेनिस पुशिलिन ने कहा है कि बाखमुट के 75 प्रतिशत भाग पर रूसी सेना का कब्जा हो गया है।
अब हमारे निशाने पर अवदीव्का है। डोनेस्क के गवर्नर पाव्लो किरिलेंको ने कहा है कि रूसी हमलों से अवदीव्का खंडहरों के शहर में तब्दील हो गया है। वहां पर 1,800 से भी कम लोग बचे हैं। रूसी हमलों के चलते उनकी भी जान खतरे में है।
क्रैमेटोर्स्क और स्लोवियांस्क तक रूस का पहुंच हुआ आसान
यूक्रेन युद्ध के संबंध में अमेरिकी दस्तावेज के सार्वजनिक हो जाने से यूक्रेनी सेना को जवाबी हमलों के लिए अब नई योजना बनानी पड़ रही है। इसमें लगने वाले समय और तैयारियों के कारण रूसी सेना को अब आगे बढ़ने का मौका मिल गया है। बाखमुट पर कब्जे से डोनेस्क के दो बड़े शहरों- क्रैमेटोर्स्क और स्लोवियांस्क तक पहुंचने के लिए रास्ता मिल जाएगा।
रूस का दावा- यूक्रेन का 70 हजार टन का तेल भंडार नष्ट
दोनों शहरों पर कब्जे के बाद रूस का करीब पूरे डोनेस्क प्रांत पर कब्जा हो जाएगा। लुहांस्क प्रांत के ज्यादातर हिस्से पर रूसी सेना पहले ही कब्जा कर चुकी है। इस बीच रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि रूसी सेना ने जपोरीजिया में यूक्रेन का 70 हजार टन का तेल भंडार नष्ट कर दिया है।
इसके अतिरिक्त यूक्रेनी सेना के मिसाइलों, तोपों के गोलों और अन्य गोला-बारूद का भंडार भी नष्ट कर दिया गया है।