दूसरे दिन भी जारी रहे रूस के मिसाइल हमले, यूक्रेन की मांग पर जी-7 देश देंगे एयर डिफेंस सिस्टम
Russia Ukraine War रूस के इस बड़े हमले के बाद पश्चिमी देश भी अपनी रणनीति बदलने पर विचार कर रहे हैं। मुमकिन है कि यूक्रेन को अब वो मिसाइल डिफेंस सिस्टम मिल जाए जिसकी मांग जेलेंस्की पिछले चार महीने से कर रहे हैं।
कीव, रायटर। रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाली कर्च रोड-रेल ब्रिज पर विस्फोट के बाद सोमवार को रूस के क्रूज मिसाइल हमलों ने यूक्रेन युद्ध को और भड़का दिया है। रूसी सेना ने मंगलवार को भी यूक्रेन पर मिसाइल और ड्रोन हमलों की झड़ी लगा दी। इसमें दक्षिण पूर्वी शहर जपोरीजिया में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, रूस को जवाब देने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जी-7 के देशों से तत्काल एयर डिफेंस सिस्टम की मांग की है। इस पर जी-7 देशों ने यूक्रेन को सैन्य, वित्तीय, कानूनी व मानवीय सहायता देने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। कहा है कि वे यूक्रेन के साथ दृढ़ता से खड़े रहेंगे। व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया है कि रूस के हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेनी समकक्ष जेलेंस्की से बात की। उन्होंने यूक्रेन को अपनी रक्षा के लिए एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम सहित आवश्यक सहायता प्रदान करना जारी रखने का वचन दिया था।
कई देशों से दूर तक मार करने वाली मिसाइल की मांग कर रहे हैं जेलेंस्की
रूस के इस बड़े हमले के बाद पश्चिमी देश भी अपनी रणनीति बदलने पर विचार कर रहे हैं। मुमकिन है कि यूक्रेन को अब वो मिसाइल डिफेंस सिस्टम मिल जाए, जिसकी मांग जेलेंस्की पिछले चार महीने से कर रहे हैं। दरअसल, यूक्रेनी सेना NASAMS (नेसाम्स) ग्राउंड एयर डिफेंस सिस्टम, लैंड बेस्ट फेलैंक्स वेपन सिस्टम और अमेरिकी सेना की टेक्टिकल लांग रेंज मिसाइल सिस्टम ATACM की तत्काल डिलीवरी चाहती है, जिससे वो रूस के प्रचंड हमलों का मुकाबला कर सके।
रूस ने मंगलवार को भी की एयरस्टाइक की
यूक्रेन में मंगलवार को पूरे दिन हवाई हमलों के अलर्ट को लेकर सायरन बजते रहे। जपोरीजिया में मिसाइल व ड्रोन हमलों से एक की मौत के साथ कई घायल हुए हैं, जबकि लवीव में बिजली गुल हो गई। सोमवार के हमले के बाद से देश के विभिन्न भागों में बिजली संकट गहरा गया है। अधिकारियों ने बताया कि 24 मार्च को युद्ध शुरू होने के बाद से यह अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला था, इसमें 19 लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सोमवार को कहा था कि आठ क्षेत्रों में 11 प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाकर बिजली, पानी और ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया गया। ।
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रूसी सेना की हार के बाद पुतिन ने किया रणनीति में बदलाव
दरअसल, सितंबर में यूक्रेन ने रूस से कई इलाके वापस लेकर रूस पर दबाव बना दिया था। इससे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन घरेलू दबाव महसूस कर रहे थे। इस बीच, शनिवार को कर्च ब्रिज पर विस्फोट के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने इसे यूक्रेन का आतंकी कृत्य बताते हुए करारा जवाब देने की बात कही। रूस ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों को जोड़ने के बाद युद्ध में हजारों सैनिकों को और उतार दिया है। इसके साथ ही उसने परमाणु हमले की धमकी देकर आक्रामक रुख अपना लिया है। रूस के हमले को लेकर यूक्रेन और इसके सहयोगी देशों ने इसे नागरिकों पर हमला बताते हुए कड़ी निंदा की है।
पश्चिमी देशों ने की रूस के मिसाइल हमले की निंदा
यूक्रेन और उसके सहयोगियों ने सोमवार के मिसाइल हमलों की निंदा की, जो मुख्य रूप से बिजली स्टेशनों, पार्कों, पर्यटन स्थलों और व्यस्त सड़कों को निशाना बनाकर किए गए थे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और अन्य जी 7 नेता मंगलवार को इस बारे में चर्चा करेंगे कि वे यूक्रेन का समर्थन करने के लिए और क्या कर सकते हैं। वहीं जेलेंस्की ने यूक्रेन की सुरक्षा के लिए एयर डिफेंस सिस्टम को अपनी 'नंबर 1 प्राथमिकता' कहा है।
रूसी हमलों से बचने के लिए लोगों ने ली थी मेट्रो में शरण
बाइडन पहले ही यूक्रेन को और अधिक हवाई सुरक्षा का वादा कर चुका है। हवाई हमले के सायरन बजने के बाद राजधानी कीव के कई रास्ते बड़े पैमाने पर सुनसान थे क्योंकि सुबह समय ही - रूसी मिसाइलों ने सोमवार को हमला किया था। इस दौरान यूक्रेन के निवासियों ने फिर से भूमिगत मेट्रो में गहरी शरण ली, जहां ट्रेनें अभी भी चल रही थीं। 35 वर्षीय विक्टोरिया मोशकिवस्की, उनके पति और उनके दो बेटे उन सैकड़ों लोगों में शामिल थे, जो एक पार्क के पास जोलोटी वोरोटा स्टेशन में सब कुछ साफ होने की प्रतीक्षा कर रहे थे, जहां एक मिसाइल ने सोमवार को एक खेल के मैदान को बड़ा गड्ढा बना दिया था।
वर्चुअल शिखर सम्मेलन बुलाने पर विचार कर रहा नाटो
एक यूरोपियन राजनयिक ने बताया कि नाटो रक्षा गठबंधन रूस को जवाब देने के लिए वर्चुअल शिखर सम्मेलन बुलाने पर विचार कर रहा है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की एयर डिफेंस सिस्टम की तुरंत आपूर्ति की मांग के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जी-7 के नेताओं से वर्चुअली विचार विमर्श किया है कि हम लोग यूक्रेन का किस तरह समर्थन कर सकते हैं। वहीं, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति पहले ही वायु सुरक्षा का वादा कर चुके हैं, इससे संघर्ष और बढ़ेगा।
बातचीत का रास्ता खुले होने के बाद भी नहीं आया प्रस्ताव: रूस
सरकारी टीवी पर एक साक्षात्कार के दौरान रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन युद्ध को लेकर मास्को ने पश्चिमी देशों से बातचीत का रास्ता खुला रखा था लेकिन अभी तक कोई गंभीर प्रस्ताव नहीं आया। रूस ने मंगलवार को कहा कि वह यूक्रेन के ऊर्जा और सैन्य प्रतिष्ठानों पर लंबी दूरी की मिसाइलें पर दागना जारी रखेगा।
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