दूसरे दिन भी जारी रहे रूस के मिसाइल हमले, यूक्रेन की मांग पर जी-7 देश देंगे एयर डिफेंस सिस्टम
Russia Ukraine War रूस के इस बड़े हमले के बाद पश्चिमी देश भी अपनी रणनीति बदलने पर विचार कर रहे हैं। मुमकिन है कि यूक्रेन को अब वो मिसाइल डिफेंस सिस्टम मिल जाए जिसकी मांग जेलेंस्की पिछले चार महीने से कर रहे हैं।
By AgencyEdited By: Arun kumar SinghUpdated: Tue, 11 Oct 2022 11:03 PM (IST)
कीव, रायटर। रूस को क्रीमिया से जोड़ने वाली कर्च रोड-रेल ब्रिज पर विस्फोट के बाद सोमवार को रूस के क्रूज मिसाइल हमलों ने यूक्रेन युद्ध को और भड़का दिया है। रूसी सेना ने मंगलवार को भी यूक्रेन पर मिसाइल और ड्रोन हमलों की झड़ी लगा दी। इसमें दक्षिण पूर्वी शहर जपोरीजिया में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं, रूस को जवाब देने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने जी-7 के देशों से तत्काल एयर डिफेंस सिस्टम की मांग की है। इस पर जी-7 देशों ने यूक्रेन को सैन्य, वित्तीय, कानूनी व मानवीय सहायता देने को लेकर प्रतिबद्धता जताई है। कहा है कि वे यूक्रेन के साथ दृढ़ता से खड़े रहेंगे। व्हाइट हाउस के एक बयान में कहा गया है कि रूस के हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेनी समकक्ष जेलेंस्की से बात की। उन्होंने यूक्रेन को अपनी रक्षा के लिए एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम सहित आवश्यक सहायता प्रदान करना जारी रखने का वचन दिया था।
कई देशों से दूर तक मार करने वाली मिसाइल की मांग कर रहे हैं जेलेंस्की
रूस के इस बड़े हमले के बाद पश्चिमी देश भी अपनी रणनीति बदलने पर विचार कर रहे हैं। मुमकिन है कि यूक्रेन को अब वो मिसाइल डिफेंस सिस्टम मिल जाए, जिसकी मांग जेलेंस्की पिछले चार महीने से कर रहे हैं। दरअसल, यूक्रेनी सेना NASAMS (नेसाम्स) ग्राउंड एयर डिफेंस सिस्टम, लैंड बेस्ट फेलैंक्स वेपन सिस्टम और अमेरिकी सेना की टेक्टिकल लांग रेंज मिसाइल सिस्टम ATACM की तत्काल डिलीवरी चाहती है, जिससे वो रूस के प्रचंड हमलों का मुकाबला कर सके।
रूस ने मंगलवार को भी की एयरस्टाइक की
यूक्रेन में मंगलवार को पूरे दिन हवाई हमलों के अलर्ट को लेकर सायरन बजते रहे। जपोरीजिया में मिसाइल व ड्रोन हमलों से एक की मौत के साथ कई घायल हुए हैं, जबकि लवीव में बिजली गुल हो गई। सोमवार के हमले के बाद से देश के विभिन्न भागों में बिजली संकट गहरा गया है। अधिकारियों ने बताया कि 24 मार्च को युद्ध शुरू होने के बाद से यह अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला था, इसमें 19 लोगों की मौत हुई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने सोमवार को कहा था कि आठ क्षेत्रों में 11 प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाकर बिजली, पानी और ऊर्जा संयंत्रों को निशाना बनाया गया। ।
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रूसी सेना की हार के बाद पुतिन ने किया रणनीति में बदलाव
दरअसल, सितंबर में यूक्रेन ने रूस से कई इलाके वापस लेकर रूस पर दबाव बना दिया था। इससे रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन घरेलू दबाव महसूस कर रहे थे। इस बीच, शनिवार को कर्च ब्रिज पर विस्फोट के बाद राष्ट्रपति पुतिन ने इसे यूक्रेन का आतंकी कृत्य बताते हुए करारा जवाब देने की बात कही। रूस ने यूक्रेन के चार क्षेत्रों को जोड़ने के बाद युद्ध में हजारों सैनिकों को और उतार दिया है। इसके साथ ही उसने परमाणु हमले की धमकी देकर आक्रामक रुख अपना लिया है। रूस के हमले को लेकर यूक्रेन और इसके सहयोगी देशों ने इसे नागरिकों पर हमला बताते हुए कड़ी निंदा की है।