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रूस ने दी चेतावनी, कहा-यूक्रेन को नाटो में शामिल किया तो छिड़ेगा विश्वयुद्ध, 40 शहरों पर बरसाईं मिसाइलें

रूसी हवाई हमलों से गुरुवार को एक बार फिर यूक्रेन की धरती थर्रा उठी। यूक्रेन के राजधानी कीव सहित 40 से ज्यादा शहरों पर सुबह से शुरू हुआ रूसी मिसाइलों और ड्रोनों का हमला जब थमा तब तक इन शहरों में मलबे के तमाम ढेर लग चुके थे।

By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 13 Oct 2022 11:53 PM (IST)
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चालू सप्ताह में दूसरा बार रूसी सेना का यूक्रेन पर बड़ा हमला। (फोटो-एपी)
कीव, रायटर। रूसी हवाई हमलों से गुरुवार को एक बार फिर यूक्रेन की धरती थर्रा उठी। यूक्रेन के राजधानी कीव सहित 40 से ज्यादा शहरों पर सुबह से शुरू हुआ रूसी मिसाइलों और ड्रोनों का हमला जब थमा, तब तक इन शहरों में मलबे के तमाम ढेर लग चुके थे और उनमें अनगिनत जिंदगियां दफन हो चुकी थीं। चीख-पुकार के बीच राहत कार्य शुरू हो गया है। नुकसान का आकलन हो रहा है लेकिन जो निर्दोष मारे गए और जो हमेशा के लिए लाचार हो गए, उनकी पीड़ा व आश्रितों की मुश्किलों का आकलन शायद कभी नहीं होगा।

रूस ने विश्वयुद्ध की दी चेतावनी

मालूम हो कि सोमवार को भीषण हमले के बाद रूस का इसी सप्ताह यह दूसरा बड़ा हमला है। इस हमले के साथ ही रूस ने विश्वयुद्ध की चेतावनी भी दे दी है। कहा है- यूक्रेन को अगर नाटो में शामिल किया गया तो तीसरा विश्वयुद्ध तय है। नाटो (उत्तर अटलांटिक संधि संगठन) में शामिल होने की यूक्रेन की कोशिश के चलते ही रूस ने उस पर हमला किया है।

कई रिहायशी इमारतें मलबे में तब्दील

रूसी हमले से दक्षिण यूक्रेन के बंदरगाह शहर मीकोलईव के आधारभूत ढांचे को भारी नुकसान हुआ है। रीजनल गवर्नर विटाली किम ने कहा है कि हमलों में बड़ी संख्या में नागरिक सुविधाओं को निशाना बनाया गया है। कई रिहायशी इमारतें मलबे में तब्दील हो गई हैं। निकोपोल शहर में 30 बहुमंजिली रिहायशी इमारतें हमले का शिकार हुई हैं। वहां पर गैस पाइपलाइन और विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को भी नुकसान पहुंचा है। कुछ ही देर में यूक्रेन की वायुसेना ने भी जवाबी हमला कर रूस के कब्जे वाले 25 ठिकानों को निशाना बनाया। यूक्रेनी हमलों से कितना नुकसान हुआ है इसकी जानकारी नहीं मिल पाई है।

कीव को ड्रोन से बनाया निशाना

यूक्रेन की राजधानी कीव पर गुरुवार सुबह रूसी सेना ने कामिकाजे ड्रोन से हमला किया। कीव के उप नगरीय इलाकों पर हुए हमले में संवेदनशील ढांचों और आवासीय भवनों को निशाना बनाया गया। कामिकाजे ड्रोन ईरान में निर्मित आत्मघाती मानवरहित छोटे सशस्त्र विमान हैं, ये दुश्मन के क्षेत्र में भीतर घुसकर हमला करते हैं और वहीं पर खत्म हो जाते हैं। इनकी खरीद कुछ हफ्ते पहले ही रूस ने की है। यूक्रेनी राष्ट्रपति कार्यालय ने नुकसान के बारे में जानकारी न देते हुए सिर्फ इतना बताया है कि ड्रोन हमले में संवेदनशील ठिकानों को निशाना बनाया गया है।

अमेरिका के युद्ध में शामिल होते ही विश्वयुद्ध

रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप सचिव एलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव ने साफ कर दिया है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल किया गया तो तीसरा विश्वयुद्ध छिड़ना तय माना जाए। कहा कि यूक्रेन के नाटो सैन्य गठबंधन में शामिल होते ही अमेरिका इस युद्ध में शामिल हो जाएगा और उसके बाद विश्वयुद्ध होने से कोई रोक नहीं सकता। नाटो की बैठक में अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने कहा है कि नाटो देशों की प्रत्येक इंच जमीन की रक्षा की जाएगी। विदित हो कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की फास्ट ट्रैक से नाटो की सदस्यता दिए जाने की मांग कर चुके हैं।

यूरोप में ज्यादा संख्या में तैनात होंगी नाटो की मिसाइलें

बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में हो रही नाटो के रक्षा मंत्रियों की बैठक में यूरोप में मिसाइलों की नई तैनाती की योजना को अंतिम रूप दिया गया है। आकाशीय सुरक्षा को चाक-चौबंद करने के लिए जर्मनी सहित दर्जन भर से ज्यादा यूरोपीय देशों ने नए हथियारों की खरीद का फैसला किया है। यूक्रेन की सैन्य सहायता बढ़ाने का भी फैसला किया गया है। जबकि रूस ने यूक्रेन की सहायता बढ़ाने पर दुष्परिणामों से पश्चिमी देशों को आगाह कर दिया है।

यूक्रेन को अतिरिक्त हथियार देगा ब्रिटेन

रूसी हमलों के बीच ब्रिटेन ने यूक्रेन को अतिरिक्त हथियारों की खेप भेजने की घोषणा की है। ब्रिटेन ने कहा है कि वह अमेरिका के एनएएसएएम एयर डिफेंस सिस्टम में काम आने वाली मिसाइलों की आपूर्ति करेगा। अमेरिका जल्द ही यूक्रेन को इन डिफेंस सिस्टम इकाइयों की आपूर्ति करेगा। इसके अतिरिक्त ब्रिटेन आकाश में गश्त करके दुश्मन के बारे में जानकारी एकत्रित करने वाले ड्रोन भी यूक्रेन को देगा। इसके अतिरिक्त 18 तोपें भी यूक्रेनी सेना को दी जाएंगी।

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