यूक्रेन में पूरब से पश्चिम तक रूस ने किए मिसाइल हमले, दो की मौत; नौ माह की मासूम सहित 18 घायल
रूस ने यूक्रेन के बुनियादी ढांचे पर गुरुवार सुबह पूरब से पश्चिम तक बड़े मिसाइल हमले किए। यूक्रेनी अथार्टी ने कहा कि हमले से चारों तरफ आग की लपटें उठ रही थीं। इसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं। सांसद एंड्रिल ओसाडचक ने एक्स पर लिखा कि आज के हवाई हमले से पता चल गया कि सर्दियों का मौसम आने वाला है।
कीव, एपी। रूस ने यूक्रेन के बुनियादी ढांचे पर गुरुवार सुबह पूरब से पश्चिम तक बड़े मिसाइल हमले किए। यूक्रेनी अथार्टी ने कहा कि हमले से चारों तरफ आग की लपटें उठ रही थीं। इसमें कम से कम दो लोगों की मौत हो गई और कई घायल हुए हैं।
बिजली आपूर्ति बंद
दूसरी ओर, यूक्रेनी बल ने दावा किया कि उसने पश्चिमी क्रीमिया में रूसी एयरबेस पर हमले किए हैं, लेकिन विस्तार से कुछ नहीं बताया। गुरुवार को अल सुबह हुए हुआ मिसाइल हमला इस महीने का सबसे बड़ा हमला है। इसके चलते यूक्रेन के पश्चिम, मध्य और पूरब के पांच रीजनों में बिजली आपूर्ति बंद हो गई। इसने पिछले जाड़े में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचों पर रूसी हवाई हमले की याद ताजा कर दी।
'सर्दियों को आने वाला है मौसम'
अधिकारियों ने बताया कि ताजा हमले में कम से कम 18 लोग घायल हुए हैं, जिसमें एक नौ साल की बच्ची शामिल है। रीजनल गवर्नर ने बताया कि इसके अलावा रात में खेरसन के पास हुए हमले में दो लोगों की मौत हुई है। सांसद एंड्रिल ओसाडचक ने एक्स प्लेटफार्म पर लिखा कि आज के हवाई हमले से पता चल गया कि सर्दियों का मौसम आने वाला है।
संयुक्त राष्ट्र पहुंचे जेलेंस्की ने की निंदा
यह संयोग है कि इसी समय संयुक्त राष्ट्र महासभा में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की अपने संबोधन में शांति का फार्मूला पेश कर रहे थे। जेलेंस्की ने इसे बड़ा हवाई हमला बताते हुए निंदा की। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से मिलने के लिए वह वाशिंगटन पहुंच गए हैं। मुलाकात से पहले टेलीग्राम संदेश में उन्होंने यूक्रेन का समर्थन करने की अपील की।
पोलैंड ने यूक्रेन को और अधिक हथियार भेजने में जताई असमर्थता
पोलैंड ने अपनी सेना के आधुनिकीकरण का हवाला देते हुए यूक्रेन को लंबे समय तक हथियार भेजने में असमर्थता जताई है। पोलैंड के प्रधानमंत्री माटुस्ज मोराविकी ने कहा कि यह निर्णय न तो यूक्रेनी अनाज के आयात पर अस्थायी रोक से संबंधित है और न ही पोलैंड के जरिये हथियारों के हस्तांतरण से है।