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भारत में संयुक्त उपक्रम की संभावनाएं तलाश रही हैं रूस की आइटी कंपनियां

यूक्रेन से युद्ध शुरू होने के बाद अधिकांश अमेरिकी कंपनियों ने रूस में कामकाज बंद कर दिया है जिसके बाद कई रूसी साफ्टवेयर कंपनियां भारत और अन्य ब्रिक्स देशों में संयुक्त उद्यमों की तलाश कर रही हैं जानें इसपर क्या कहना है सेंट पीटर्सबर्ग स्थित रसोफ्ट के अध्यक्ष वैलेन्टिन का-

By Ashisha RajputEdited By: Updated: Sat, 23 Apr 2022 08:31 PM (IST)
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सेंट पीटर्सबर्ग से संचालित रुसाफ्ट के प्रेसिडेंट वेंलेंतिन माकारोव ने कहा-
कोलकाता, प्रेट्र। रूस की 250 से अधिक सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के संगठन रुसाफ्ट ने कहा है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर अमेरिका और यूरोप के साथ व्यापार प्रभावित होने के बाद अनेक रूसी साफ्टवेयर कंपनियां भारत तथा अन्य ब्रिक्स देशों में संयुक्त उपक्रमों की संभावनाएं तलाश रही हैं। सेंट पीटर्सबर्ग से संचालित रुसाफ्ट के प्रेसिडेंट वेंलेंतिन माकारोव ने कहा है कि रूस की करीब पांच-छह कंपनियों के प्रतिनिधिमंडल ने हाल में यहां 'बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट' (बीजीबीएस) में भाग लिया था और कई भारतीय कंपनियों के साथ बैठकें की थी।

वेंलेंतिन माकारोव ने कहा

प्रेसिडेंट वेंलेंतिन माकारोव ने एक साक्षात्कार में कहा, 'रूसी साफ्टवेयर कंपनियां ब्रिक्स देशों में संयुक्त उपक्रम स्थापित करना चाहती हैं और रूस के प्रौद्योगिकी संबंधी लक्ष्यों के निर्धारण और प्राप्ति के लिहाज से भारत सबसे उपयुक्त साझेदार लगता है।' उन्होंने कहा कि रूस की कुल 267 साफ्टवेयर कंपनियां रुसाफ्ट की सदस्य हैं। इस संगठन का गठन वर्ष 1999 में केवल 10 कंपनियों के संघ के रूप में किया गया था।

माकारोव के अनुसार, रुसाफ्ट की सदस्य सात कंपनियां भारत में 'स्थायी साझेदार' हैं। माकारोव ने कहा कि माइक्रोसाफ्ट, इंटेल, डेल और एचपी जैसी बड़ी आइटी कंपनियों के रूस में विकास केंद्र हैं और इनमें से कुछ ने यूक्रेन से युद्ध शुरू होने के बाद रूस में स्थित अपने केंद्र बंद कर दिए हैं। उन्होंने कहा, 'पिछले कुछ दिन में हमारे प्रतिनिधिमंडल ने कई भारतीय कंपनियों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की है और 19 कंपनियों ने संयुक्त उपक्रम में रुचि दिखाई है। हालांकि बातचीत को अभी अंतिम रूप दिया जाना है। हम आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ), औद्योगिक उत्पादन की स्वचालित प्रणाली, साइबर सुरक्षा, टेलीमेडिसिन और डिजिटल शासन जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्रदान कर सकते हैं।'