Russia-Ukraine War: रूस ने यूक्रेन पर फिर बरसाईं 81 मिसाइल, 6 लोगों की मौत; बिजली-पानी की आपूर्ति बाधित
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार को कहा कि मास्को ने यूक्रेन के लोगों को आतंकित करने के लिए मिसाइलें बरसाईं। राजधानी कीव सहित पूरे यूक्रेन में रातभर हवाई हमले के सायरन बजते रहे। कीव के पश्चिमी इलाकों में हमले हुए।
कीव, एपी। रूस ने यूक्रेन के शहरों पर फिर मिसाइल हमले किए। रिहायशी इमारतों को भी निशाना बनाया। इन हमलों में छह लोगों की मौत हुई है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार को कहा कि मास्को ने यूक्रेन के लोगों को आतंकित करने के लिए मिसाइलें बरसाईं। इससे पहले क्रेमलिन ने 16 फरवरी को मिसाइल हमले किए थे।
यूक्रेन के सशस्त्र बलों के मुख्य कमांडर वालेरी जालुजनी के अनुसार, रूस ने कुल 81 मिसाइलों और आठ ड्रोन से हमले किए। देश भर में रक्षा प्रणालियों को सक्रिय किया गया।
यूक्रेन ने रूसी ड्रोन और मिसाइलों का किया खात्मा
यूक्रेन ने 34 मिसाइलों और चार ड्रोन को मार गिराया। राजधानी कीव सहित पूरे यूक्रेन में रातभर हवाई हमले के सायरन बजते रहे। कीव के पश्चिमी इलाकों में हमले हुए। खार्कीव में 15 मिसाइल हमले किए गए। बिजली की कमी से शहर में मोबाइल संचार और सार्वजनिक परिवहन बाधित रहा।
रिहायशी इलाके में मिसाइल हमले में पांच लोगों की मौत हो गई। तीन इमारतें नष्ट हो गईं। निप्रापेट्रोस क्षेत्र में कई हमलों में एक व्यक्ति मारा गया और दो अन्य घायल हो गए। ओडेसा के गवर्नर मैक्सिम मरचेंको ने कहा कि उनके क्षेत्र में हमलों में रिहायशी इमारतें क्षतिग्रस्त हुईं।
बिजली कटौती से लोग ठंड में ठिठुरने को मजबूर
कीव, निप्रापेट्रोस, ओडेसा में बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई है। आपातकालीन बिजली कटौती के कारण कीव में 40 प्रतिशत घरों में लोग लगभग नौ डिग्री सेल्सियस ठंड में ठिठुरने को मजबूर हैं। वे घर को गर्म नहीं रख पा रहे हैं। पानी की आपूर्ति भी बाधित है। यूक्रेनी रेलवे के अनुसार, बिजली कटौती के कारण 15 ट्रेनें देरी से चलीं।
जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में ब्लैकआउट, परमाणु तबाही का खतरा
मिसाइल हमलों के कारण दक्षिणी यूक्रेन में जपोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र, जिस पर रूसी सेना का कब्जा है, में बिजली आपूर्ति बाधित रही। यह छठी बार है, जब यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र को ब्लैकआउट का सामना करना पड़ा।
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने ब्लैकआउट को लेकर चिंता जताई है। जपोरिजिया में परमाणु दुर्घटना से तबाही का खतरा मंडरा रहा है। परमाणु संयंत्र को चलाने के लिए निरंतर बिजली की आवश्यकता होती है। कूलिंग सिस्टम काम नहीं करने से परमाणु संयंत्र पिघल सकता है।