Vladimir Putin North Korea Visit: उत्तर कोरिया की यात्रा करेंगे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, किम जोंग उन से करेंगे मुलाकात
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जल्दी ही उत्तर कोरिया का दौरा करने की इच्छा जताई है। क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने सोमवार को कहा था कि किम के निमंत्रण पर पुतिन के उत्तर कोरिया जाने की आशा है। राष्ट्रपति निकट भविष्य में यात्रा करेंगे लेकिन प्रवक्ता ने कहा कि यात्रा की तारीख निर्धारित नहीं है और अभी तक सहमति नहीं दी गई है।
रायटर, सियोल। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जल्दी ही उत्तर कोरिया का दौरा करने की इच्छा जताई है। उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने रविवार को बताया कि उत्तर कोरियाई विदेश मंत्री चोए सोन हुई के साथ रूस में पिछले सप्ताह हुई मुलाकात के दौरान पुतिन ने इच्छा जाहिर की।
पुतिन ने जताया किम जोंग का आभार
उत्तर कोरिया के विदेश मंत्री के कार्यालय के हवाले से समाचार एजेंसी ने कहा कि पुतिन ने आमंत्रित करने के लिए उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन का आभार जताया है। 20 वर्ष बाद रूसी नेता की यह पहली उत्तर कोरिया यात्रा होगी। बोरिस येल्तसिन से 1999 में सत्ता अपने हाथ में लेने के बाद जुलाई 2000 में पुतिन प्योंगयांग गए थे।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने की थी पुष्टि
क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने सोमवार को कहा था कि किम के निमंत्रण पर पुतिन के उत्तर कोरिया जाने की आशा है। राष्ट्रपति निकट भविष्य में यात्रा करेंगे, लेकिन प्रवक्ता ने कहा कि यात्रा की तारीख निर्धारित नहीं है और अभी तक सहमति नहीं दी गई है।यह भी पढ़ेंः North Korea ने किया बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण, पलक झपकते ही कर सकता है अमेरिकी बेस तबाह
मॉस्को और प्योंगयांग एक दूसरे का करेंगे सहयोग
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मॉस्को और प्योंगयांग ने अमेरिका और उसके सहयोगियों द्वारा उत्तर कोरिया के संप्रभु अधिकारों के खिलाफ लगातार किए जा रहे उत्तेजक कार्यों पर गंभीर चिंता जताई है। दोनों ने एक दूसरे कि क्षेत्रीय स्थिति से निपटने में सहयोग करने पर भी सहमति व्यक्त की है।पश्चिम ने जताई है चिंता
मालूम हो कि हाल ही के वर्षों में उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति पुतिन की नजदीकियां बढ़ी हैं। दोनों के बीच बढ़ते संबंधों पर अमेरिका सहित उसके कई सहयोगी देशों ने चिता भी जताया है। कई पश्चिमी देशों ने दोनों के बीच हुए हथियार व्यापार की निंदा भी की है।