ISS पर फंसे चालक दल को वापस लाने के लिए भेजा गया रूसी सोयूज अंतरिक्ष यान, सितंबर में मिशन पूरा होने की उम्मीद
नासा और रोस्कोस्मोस के तीन अंतरिक्ष यात्री अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में फंस गए हैं। इन्हें छह महीने के लिए अंतरिक्ष में भेजा गया था लेकिन इनके स्पेसक्राफ्ट में रिसाव होने के कारण अब इन्हें नए स्पेसक्राफ्ट द्वारा सितंबर में पृथ्वी पर लाया जाएगा।
By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 24 Feb 2023 09:26 AM (IST)
रूस, रायटर्स। रूसी समाचार एजेंसियों ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में फंसे तीन अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाने के लिए सोयूज एमएस-23 को मिशन पर भेज दिया गया है। दरअसल, उन्हें वापस लाने वाले रूसी सोयुज एमएस- 22 अंतरिक्ष यान के कैप्सूल के कूलिंग सिस्टम में रिसाव के कारण वो यत्रियों को लाने के लिए सक्षम नहीं रह गया है। मीडिया के मुताबिक, सोयूज एमएस-23 को कजाकिस्तान के बैकोनूर अंतरिक्ष केंद्र से भेजा गया और इसे ऑर्बिट में स्थापित कर दिया गया है।
अंतरिक्ष में फंसे तीन अंतरिक्ष यात्री
रूसी कॉस्मोनॉट्स सर्गेई प्रोकोपयेव और दिमित्री पेटेलिन के साथ अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री फ्रांसिस्को रुबियो मार्च में अपने मिशन को समाप्त करने के बाद पृथ्वी पर वापस लौटने वाले थे, लेकिन दो महीने पहले उनके सोयूज एमएस-22 कैप्सूल के कूलिंग सिस्टम में रिसाव शुरू होने के बाद वे अंतरिक्ष में ही अटक गए थे। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस ने कहा है कि तीनों सोयुज एमएस-23 से सितंबर में पृथ्वी पर लौटेंगे।
माइक्रो-मेटेरॉइड टकराने के कारण हुआ रिसाव
वहीं, क्षतिग्रस्त हुआ MS-22 अंतरिक्ष यान अब मार्च में बिना अंतरिक्ष यात्रियों के ही नीचे उतरने वाला है। नासा और रोस्कोस्मोस दोनों का ही मानना है कि MS-22 अंतरिक्ष यान पर पिछले साल का रिसाव एक माइक्रो-मेटेरॉइड के छोटे से टुकड़े के कैप्सूल से टकराने के कारण हुआ है। ऐसा माना जा रहा है कि पिछले सप्ताह ऑरबिट से बाहर किए गए प्रोग्रेस MS-21 मालवाहक विमान की कूलिंग सिस्टम पर भी इसी कारण से रिसाव हुआ है। खबरों के मुताबिक, 430 किलोग्राम (लगभग 950 पाउंड) कार्गो भेजा गया था, जिसमें चिकित्सा उपकरण, वैज्ञानिक उपकरण, पानी, भोजन और सफाई की आपूर्ति वाली चीजें शामिल थी।अंतरिक्ष में भेजा गया तीन गुना अधिक भोजन
एक रूसी अंतरिक्ष अधिकारी के हवाले से कहा गया है कि भोजन की जो मात्रा भेजी गई है, वो आमतौर पर भेजे जाने वाले खाद्य पदार्थों से तीन गुना ज्यादा है। रिसाव के कारण नासा और रोस्कस्मोस अपने शेड्यूल को पुनर्व्यवस्थित करने और नियोजित स्पेस वॉक को स्थगित करने के लिए मजबूर हो गए हैं।यह भी पढ़ें: Cruise Missiles: उत्तर कोरिया ने चार क्रूज मिसाइलों का किया परीक्षण, दिखाई परमाणु हमला करने की क्षमता