'LAC से पीछे हटे सैनिक लेकिन...', चीन के साथ संबंधों में आए बदलाव पर क्या बोले एस जयशंकर?
India China Relations भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर जारी तनाव कुछ कम हुआ है और हाल ही में हुए समझौते के बाद दोनों देशों की सेनाएं पूर्वी लद्दाख के देमचोक और देपसांग इलाकों से पीछे हट चुकी हैं। एस जयशंकर ने कहा कि भारत और चीन के संबंधों में कुछ प्रगति हुई है लेकिन अब देखना होगा कि हम किस दिशा में आगे बढ़ते हैं।
पीटीआई, ब्रिस्बेन। पूर्वी लद्दाख में सेनाओं को पीछे करने के समझौते से भारत और चीन के संबंधों में कुछ प्रगति हुई है। दोनों देशों के संबंधों के विकास के क्रम में यह प्रगति स्वागतयोग्य है। यह बात विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने आस्ट्रेलिया दौरे में कही है।
जयशंकर का यह बयान तब आया है, जब पूर्वी लद्दाख के देमचोक और देपसांग इलाकों से भारत और चीन की सेनाएं पीछे हट चुकी हैं। करीब चार वर्षों तक गतिरोध बने रहने के बाद यह स्थिति आई है। भारतीय सेना ने बताया है कि समझौते के अनुसार देपसांग में भारतीय सैनिकों की गश्त शुरू हो गई है, जबकि देमचोक में यह कार्य शुक्रवार से होगा।
जयशंकर बोले- स्वागतयोग्य कदम
जयशंकर ने कहा, 'LAC पर बहुत बड़ी संख्या में चीनी सैनिक तैनात हैं, जो 2020 से पहले वहां नहीं थे। हमने बदले में जवाबी तैनाती की है। रिश्ते के अन्य पहलू भी हैं, जो इस अवधि के दौरान प्रभावित हुए हैं। इसलिए स्पष्ट रूप से, हमें पीछे हटने के बाद देखना होगा कि हम किस दिशा में आगे बढ़ते हैं, लेकिन हमें लगता है कि पीछे हटना एक स्वागत योग्य कदम है। इससे संभावना खुलती है कि अन्य कदम भी उठाए जा सकते हैं।'उन्होंने कहा, 'संबंधों में प्रगति का ही नतीजा है कि अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रूस में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मिले और बेहतर संबंधों पर बात हुई। संबंधों की बेहतरी के लिए भविष्य में कुछ और कदम उठाए जाएंगे।' विदित हो कि 21 अक्टूबर को देपसांग और देमचोक से सेनाओं के पीछे हटने का समझौता होने की घोषणा हुई थी।
#WATCH | Brisbane, Australia: EAM Dr S Jaishankar says, "In terms of India-China, we have made some progress. Our relations were very disturbed. We have made some progress in what we call disengagement...The fact is there are a large number of Chinese troops deployed along the… pic.twitter.com/jUF5nyqAqn
— ANI (@ANI) November 3, 2024