Russia-Ukraine War: यूक्रेन ने रूस पर खेरसान को 'City of Death' बनाने के लगाए गंभीर आरोप
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याकी ने गुरुवार को कहा कि रूस खेरसान शहर को सिटी आफ डेथ (City of Death) बनाना चाहता है। रूस के रक्षा मंत्री ने दक्षिणी यू्क्रेनी शहर खेरसान से अपने सैनिकों को पीछे हटने का आदेश दिया था।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 11 Nov 2022 01:19 AM (IST)
कीव, रायटर्स। यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मायखाइलो पोडोल्याकी ने गुरुवार को कहा कि रूस खेरसान शहर को 'सिटी आफ डेथ' (City of Death) बनाना चाहता है। रूस के रक्षा मंत्री ने दक्षिणी यू्क्रेनी शहर खेरसान से अपने सैनिकों को पीछे हटने का आदेश दिया था। रूस के इस आदेश के बाद ही गुरुवार को यूक्रेन की ओर यह प्रतिक्रिया आई है।
यूक्रेन ने रूसी सैनिकों पर लगाए आरोप
मायखाइलो पोडोल्याकी ने रूस पर आरोप लगाए है कि रूस के सैनिकों ने खेरसान शहर के अपार्टमेंट से लेकर सीवर तक सब कुछ खनन कर दिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि रूस खेरसान शहर को खंडहर में तब्दील करना चाहता है। उन्होंने सैनिकों के पीछे हटने को लेकर कहा कि रूस के सैनिक ऐसा ही करते है। वह पहले शहर में आते हैं, शहर को लूटते हैं, फिर शहर को बर्बाद करते है उसे छोड़ कर चले जाते है।
खेरसान से रूसी सैनिकों की वापसी पर यूक्रेन ने नहीं की पुष्टि
हालांकि यूक्रेन ने अभी तक रूसी सैनिकों की वापसी की पुष्टि नहीं की है। यूक्रेन की ओर से ब्रिगेडियर जनरल ओलेस्की ग्रोमोव ने कहा कि यूक्रेनी सैनिकों कि कार्रवाई को देखते हुए रूस ने अपने सैनिकों को वापस बुला लिया है। उन्होंने आगे कहा कि हम खेरसान से तथाकथित रूसी सैनिकों की वापसी के बारे में जानकारी की न तो पुष्टि कर सकते हैं और न ही इनकार कर सकते हैं। उन्होंने बताया की यूक्रेन खेरसान शहर पर प्लान के अनुरूप चलते रहेगा।फरवरी में रूस ने किया था खेरसान पर कब्जा
बता दें कि खेरसान शहर पर फरवरी में रूस ने कब्जा कर लिया था। यूक्रेन ने इस शहर को फिर से हथियाने की तैयारियां शुरू कर दी थी। इसी बीच बुधवार को रूस के रक्षा मंत्री ने अपने सैनिकों को निप्रो नदी का पश्चिमी तट खाली करने का निर्देश दिया था। बता दें कि खेरसान एकमात्र शहर है जिसपर रूस ने अपना कब्जा स्थापित कर पाया था।ये भी पढ़ें: यूक्रेन युद्ध में रूस को बड़ा झटका, छोड़ना पड़ा खेरसान शहर का कब्जा