Singapore New President: भारतवंशी थरमन शणमुगरत्नम बने सिंगापुर के नए राष्ट्रपति, 70 फीसद से ज्यादा वोट मिले
थरमन शणमुगरत्नम को 70.4 प्रतिशत वोट मिले हैं और उन्होंने चीनी मूल के दो अन्य दावेदारों को हराया है। शणमुगरत्नम वर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब का स्थान लेंगे जिनका छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त होगा। हलीमा देश की आठवीं और पहली महिला राष्ट्रपति हैं। हलीमा वर्ष 2017 में निर्विरोध राष्ट्रपति चुनी गई थीं। प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर शणमुगरत्नम को बधाई दी है।
सिंगापुर, प्रेट्र। भारतवंशी थरमन शणमुगरत्नम सिंगापुर के राष्ट्रपति निर्वाचित हुए हैं। उन्होंने चीनी मूल के दो अन्य दावेदारों को हराया। 2011 के बाद देश में पहली बार राष्ट्रपति चुनाव हुआ है। शणमुगरत्नम 2011 से 2019 तक सिंगापुर के उपप्रधानमंत्री रह चुके हैं।
हलीमा याकूब का लेंगे स्थान
शणमुगरत्नम वर्तमान राष्ट्रपति हलीमा याकूब का स्थान लेंगे जिनका छह साल का कार्यकाल 13 सितंबर को समाप्त होगा। हलीमा देश की आठवीं और पहली महिला राष्ट्रपति हैं। हलीमा वर्ष 2017 में निर्विरोध राष्ट्रपति चुनी गई थीं। चुनाव विभाग के प्रवक्ता ने कहा कि 66 वर्षीय शणमुगरत्नम को 70.4 प्रतिशत वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वियों एनजी कोक सोंग और टैन किन लियान को क्रमश: 15.7 प्रतिशत और 13.88 प्रतिशत मत मिले।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
प्रधानमंत्री ली सीन लूंग ने राष्ट्रपति चुनाव जीतने पर शणमुगरत्नम को बधाई दी। शणमुगरत्नम ने समर्थन के लिए सिंगापुर की जनता का आभार जताया है। वह 2001 में राजनीति में शामिल हुए और दो दशकों से अधिक समय तक सत्तारूढ़ पीपुल्स एक्शन पार्टी (पीएपी) के साथ कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। इससे पहले राष्ट्रपति चुनाव के लिए शुक्रवार को मत डाले गए।
Tharman Shanmugaratnam, a former member of Singapore's ruling party, has won the country's presidential race with 70.4% of the vote, the election department announced on Saturday: Reuters
(File photo) pic.twitter.com/ixrEXMKjGU— ANI (@ANI) September 1, 2023
यह स्थानीय समयानुसार रात आठ बजे पूरा हुआ। मतपेटियों को सील कर मतगणना केंद्रों पर ले जाया गया। सिंगापुर में मतदान अनिवार्य होने के कारण सरकार ने शुक्रवार को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था।
एक दशक बाद हुआ चुनाव
बता दें कि 2011 के बाद यह सिंगापुर का पहला राष्ट्रपति चुनाव था। सिंगापुर में अतीत में दो भारतीय मूल के राष्ट्रपति रह चुके हैं।
एसआर नाथन के नाम से प्रसिद्ध सेलप्पन रामनाथन तमिल मूल के थे, जिन्होंने सिंगापुर के राष्ट्रपति के रूप में काम किया था। 2009 में, नाथन बेंजामिन शियर्स को हराकर सिंगापुर के सबसे लंबे समय तक राष्ट्रपति रहने वाले राष्ट्रपति बने।
वहीं, देवन नायर 1981 से 1985 तक सिंगापुर के तीसरे राष्ट्रपति बने थे। नायर एक रबर बागान क्लर्क के बेटे थे, जो मूल रूप से केरल के रहने वाले थे।