Cruise Missile: दक्षिण कोरिया का दावा, North Korea ने समुद्र की ओर फिर दागी कई क्रूज मिसाइलें
उत्तर कोरिया ने एक बार फिर शनिवार को कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिम में समुद्र की ओर कई क्रूज मिसाइलें दागी। दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ ने बताया कि उत्तर कोरिया ने स्थानीय समयानुसार शनिवार सुबह 4 बजे कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिम में समुद्र की ओर कई मिसाइलों का पता चला है। मालूम हो कि उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।
सियोल, रायटर। उत्तर कोरिया ने एक बार फिर शनिवार को कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिम में समुद्र की ओर कई क्रूज मिसाइलें दागी। समाचार एजेंसी रायटर ने योनहाप समाचार एजेंसी के हवाले से यह जानकारी दी है। योनहाप ने दक्षिण कोरिया के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ का हवाला देते हुए कहा कि स्थानीय समयानुसार शनिवार सुबह 4 बजे कोरियाई प्रायद्वीप के पश्चिम में समुद्र की ओर कई मिसाइलों का पता चला है।
दोनों देशों के बीच लगातार बढ़ रहा तनाव
मालूम हो कि उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी परमाणु-सक्षम पनडुब्बी के दक्षिण कोरिया पहुंचने पर प्योंगयांग ने सीधे तौर पर दक्षिण कोरिया को परमाणु जवाबी कार्रवाई की धमकी दी थी, जिसके जवाब में सियोल ने उत्तर कोरिया से कहा कि अगर वह परमाणु हथियार का उपयोग करता है उसको गंभीर परिणाम भुगतने पड़गे। परमाणु हथियार का उपयोग किम जोंग उन के शासन का अंत भी होगा।
रक्षा मंत्रालय ने जारी किया बयान
दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने शुक्रवार को इस संबंध में एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि सियोल और वाशिंगटन ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि गठबंधन पर किसी भी परमाणु हमले का तुरंत और करारा जवाब दिया जाएगा। अगर प्योंगयांग ने परमाणु हथियार का उपयोग किया तो यह उत्तर कोरिया के शासन का अंत हो जाएगा।
उत्तर कोरिया ने दी परमाणु हथियार के प्रयोग की धमकी
मालूम हो कि दोनों कोरियाई देशों के बीच संबंध अब तक के निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। सियोल और वाशिंगटन द्वारा सैन्य सहयोग बढ़ाने के बीच उत्तर कोरिया ने हथियारों का परीक्षण बढ़ा दिया है। इस बीच उत्तर कोरिया के रक्षा मंत्री ने अपने एक हालिया बयान में दक्षिण कोरिया के बंदरगाह पर अमेरिकी पनडुब्बी के पहुंचने पर परमाणु प्रतिक्रिया की धमकी दी है।
उन्होंने कहा कि अमेरिकी परमाणु-सक्षम पनडुब्बी की दक्षिण कोरिया की वर्तमान बंदरगाह यात्रा उन कानूनी शर्तों को पूरा कर सकती है, जिनके तहत प्योंगयांग अपने परमाणु हथियारों का उपयोग करेगा।