South Korea: दक्षिण कोरिया ने रूसी राजदूत को तलब कर रक्षा संधि पर जताया विरोध, कहा- राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा
दक्षिण कोरिया के उप विदेश मंत्री किम होंग क्युन ने सियोल स्थित रूसी राजदूत जार्जी जिनोवीव को तलब कर कहा कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच रक्षा समझौते से न केवल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन हुआ है बल्कि इससे दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा है। क्युन ने कहा कि सैन्य गठबंधन से दक्षिण कोरिया और रूस के संबंधों पर प्रभाव पड़ेगा।
एपी, सियोल। उत्तर कोरिया से सीमा पर तनाव के बीच दक्षिण कोरिया ने रूस के राजदूत को तलब कर हालिया रक्षा समझौते पर विरोध दर्ज कराया है। कहा, इससे दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है। वहीं, रूस ने दक्षिण कोरिया द्वारा किसी तरह की धमकी या ब्लैकमेल को अस्वीकार्य बताया है।
दक्षिण कोरिया के उप विदेश मंत्री किम होंग क्युन ने सियोल स्थित रूसी राजदूत जार्जी जिनोवीव को तलब कर कहा कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच रक्षा समझौते से न केवल संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन हुआ है, बल्कि इससे दक्षिण कोरिया की राष्ट्रीय सुरक्षा को भी खतरा है।
क्युन ने कहा कि दोनों देशों के बीच प्रत्यक्ष या परोक्ष सैन्य गठबंधन से दक्षिण कोरिया और रूस के संबंधों पर प्रभाव पड़ेगा। उधर, रूसी दूतावास ने एक्स पर लिखा कि रूसी राजदूत जार्जी जिनोवीव ने कोरियाई अधिकारी से कहा कि दो देशों के बीच समझौते में तीसरे देश को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
वहीं, दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने कहा कि जिनोनीव ने वादा किया है वह दक्षिण कोरिया की चिंता को अपने उच्च अधिकारियों तक पहुंचा देंगे। उल्लेखनीय है कि संधि के तहत रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन ने एक दूसरे पर आक्रमण के समय तुरंत सैन्य मदद करने का संकल्प लिया है।