Sri Lanka Crisis: श्रीलंका का सबसे बड़ा ऋणदाता बना भारत, चीन को छोड़ा पीछे
Sri Lanka Crisis चीन को पछाड़ते हुए भारत श्रीलंका सबसे बड़ा ऋणदाता बन गया है। भारत ने 377 मिलियन और एडीबी ने 360 मिलियन अमेरिकी डालर का वितरण किया है जो 2022 के पहले चार महीनों में कुल संवितरण का 76 प्रतिशत है।
By Achyut KumarEdited By: Updated: Sun, 18 Sep 2022 08:18 PM (IST)
कोलंबो (श्रीलंका), एजेंसी। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 के चार महीनों में कुल 968 मिलियन अमरीकी डालर के ऋण के साथ, भारत इस प्रक्रिया में चीन को पछाड़कर श्रीलंका का सबसे बड़ा द्विपक्षीय ऋणदाता बनकर उभरा है।
चीन ने 947 मिलियन अमेरिकी डालर का किया वितरण
डेली फाइनेंशियल टाइम्स (एफटी) ने बताया, '2017-2021 से पिछले पांच वर्षों में, चीन श्रीलंका का सबसे बड़ा द्विपक्षीय ऋणदाता रहा है क्योंकि चीन ने 947 मिलियन अमेरिकी डालर का वितरण किया, जिसमें से 809 मिलियन अमरीकी डालर चीन विकास बैंक से बाजार उधार के रूप में प्राप्त किया गया था।'
भारत ने दिए 377 अमेरिकी डालर
डेली एफटी के अनुसार, एशियाई विकास बैंक (ADB) पिछले पांच वर्षों में सबसे बड़ा बहुपक्षीय ऋणदाता रहा है और 2021 में 610 मिलियन अमेरिकी डालर की राशि का वितरण किया। वहीं, भारत ने 377 मिलियन अमेरिकी डालर का वितरण किया है और एडीबी ने 360 मिलियन अमेरिकी डालर का वितरण किया है, जो 2022 के पहले चार महीनों में कुल संवितरण का 76 प्रतिशत है।
भारत ने श्रीलंका को दिए 4 अरब अमेरिकी डालर
इस बीच, शांति निर्माण आयोग (पीबीसी) और शांति निर्माण कोष (पीबीएफ) की रिपोर्ट पर संयुक्त राष्ट्र महासभा की वार्षिक संयुक्त बहस में, संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि भारत ने श्रीलंका को लगभग 4 अरब अमेरिकी डॉलर की खाद्य और वित्तीय सहायता प्रदान की है।
काम्बोज ने कहा, 'हमारे निकट पड़ोस में, हम पिछले कुछ महीनों के दौरान अपने अच्छे दोस्त और पड़ोसी श्रीलंका को खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगभग 4 बिलियन अमेरिकी डालर की खाद्य और वित्तीय सहायता प्रदान कर रहे हैं।'