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श्रीलंका में शनिवार को होगा राष्ट्रपति चुनाव, पढ़ें उन 5 प्रमुख दावेदारों के बारे में जिन पर है सबकी नजर

श्रीलंका में कल राष्ट्रपति चुनाव होंगे। 2022 के आर्थिक और सियासी संकट के बाद लोगों के पास ये पहला मौका है जब वो वोट के जरिए राजनीतिक और आर्थिक भविष्य तय कर सकते हैं। माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला 4 से पांच उम्मीदवारों के बीच में है। इसमें सबसे मुख्य नाम वर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे का आता है। दूसरे नंबर पर सजिथ प्रेमदासा हैं।

By Agency Edited By: Shubhrangi Goyal Updated: Fri, 20 Sep 2024 05:33 PM (IST)
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श्रीलंका में शनिवार को होगा राष्ट्रपति चुनाव
एजेंसी, कॉलंबो। श्रीलंका में 21 सितंबर को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने वाले हैं। यह चुनाव ऐसे समय में हो रहा है, जब द्वीप राष्ट्र आर्थिक संकट से जूझ रहा है। करीब 2 साल पहले स्थिति को देखते हुए जन विद्रोह के बाद पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को देश छोड़ना पड़ा था, जिसके बाद रानिल विक्रसिंघे ने संसदीय वोट हासिल कर श्रीलंका की कमान अपने हाथों में ली।

2022 में रानिल विक्रमसिंघे ने राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाला। 2024 का चुनाव आर्थिक रूप से कमजोर राष्ट्र में सुधारों का भविष्य तय करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। श्रीलंका के इतिहास में पहली बार रिकॉर्ड 39 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। वहीं 1.7 करोड़ से अधिक लोग मतदान के पात्र हैं।

श्रीलंका राष्ट्रपति चुनाव की रेस में शामिल चेहरों में कुछ उम्मीदवार में ऐसे हैं जिन पर सभी नजरें हैं। माना जा रहा है कि मुख्य मुकाबला 4 से पांच उम्मीदवारों के बीच में है। बता दें कि इसमें सबसे मुख्य नाम वर्तमान राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे का आता है जो इस बार निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।

रानिल विक्रमसिंघे

  • उनकी पार्टी के पास संसद में केवल एक सीट है और उन्हें अपनी संभावनाएं बढ़ाने के लिए प्रमुख दलों से समर्थन जुटाने की आवश्यकता होगी।
  • महंगाई कम करने को लेकर किए गए उनकी कोशिशों से जनता काफी खुश है।
  • दूसरी तरफ MF से कर्ज लेने के लिए की गई करों में वृद्धि से उनके खिलाफ नाराजगी है।

सजिथ प्रेमदासा

  • पूर्व राष्ट्रपति रणसिंघे प्रेमदासा के बेटे सजिथ प्रेमदासा हैं, वह समागी जन बालवेगया (SJB) या एसजेबी का नेतृत्व करते हैं
  • उनकी पार्टी ने IMF के साथ $2.9 बिलियन के बेलआउट कार्यक्रम में बदलाव का एलान किया है।
  • उनकी पार्टी ने कुछ छोटे दलों से भी हाथ मिलाया है, जिन्हें मुसलमानों और का समर्थन हासिल है।

अनुरा कुमार दिसानायके

  • 55 वर्षीय नेता, जिनके पास संसद में सिर्फ तीन सीटें हैं, भ्रष्टाचार विरोधी कदमों पर उनका मुख्य फोकस रहने वाला है।
  • वह नेशनल पीपुल्स पावर या एनपीपी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगे, जिसमें उनकी मार्क्सवादी-झुकाव वाली पार्टी पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट या पीएलएफ शामिल है।
  • वोटिंग में श्री डिसनायके 36% के साथ आगे रहे, उनके बाद श्री प्रेमदासा और श्री विक्रमसिंघे तीसरे स्थान पर रहे।

नमल राजपक्षे

  • नमल राजपक्षे उसी राजनीतिक परिवार से आते हैं, जिसे श्रीलंका की बर्बादी के लिए जिम्मेदार माना जाता है। बता दें कि वह पूर्व प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के बेटे हैं।
  • 38 साल को नमल की उम्मीदवारी से पहले तक श्रीलंका पोदुजना पेरामुना (SLPP) पार्टी रानिल विक्रमसिंघे को समर्थन दे रही थी।
  • नमल सबसे युवा उम्मीदवार हैं, वह युवा वोटर्स को प्रभावित करने के लिए नौकरी और बेहतर अर्थव्यवस्था का वादा कर रहे हैं।

नुवान बोपेज

  • 40 साल के नुवान बोपेज पीपुल्स स्ट्रगल एलायंस या पीएसए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं।
  • उन्होंने एक मजबूत भ्रष्टाचार-विरोधी रुख अपनाया है, अधिक गरीब-समर्थक नीतियों का समर्थन किया है
  • आईएमएफ कार्यक्रम के साथ श्रीलंका के नियमों का विरोध किया है।
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