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Sri Lanka Crisis: अच्‍छे दिनों के इंतजार में पेट्रोल पंपों पर लगी हैं आटो-टैक्‍सी की लंबी लाइन, कोई जगह छोड़कर जाने को तैयार नहीं

श्रीलंका के हालात कब सुधरेंगे इसका किसी को कुछ नहीं पता है। लेकिन उम्‍मीद सभी को है कि हालात बदलेंगे जरूर। इसी उम्‍मीद में श्रीलंका के अधिकतर पेट्रोल पंपों पर तेल के इंतजार में आटो टैक्‍सी की लंबी लाइनें लगी हैं। इन्‍हें अच्‍छे दिन आने की पूरी उम्‍मीद है।

By Kamal VermaEdited By: Updated: Sat, 16 Jul 2022 11:41 AM (IST)
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Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के पेट्रोल पंपों पर लगी आटो टैक्‍सी की लाइन

कोलंबो (एजेंसी)। श्रीलंका अपनी आजादी के बाद से सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। लोगों के पास खाने के पैसे नहीं हैं तो सरकार के पास विदेशों से जरूरी चीजों का आयात करने के लिए धन नहीं है। श्रीलंका की बदहाल होती आर्थिक स्थिति के बीच लोगों ने अच्‍छा समय आने की उम्‍मीदें बरकरार रखी हुई हैं। श्रीलंका के पेट्रोल पंपों के आगे लगी आटो और टैक्‍सी की लंबी लाइनें इसी तरफ इशारा कर रही हैं। यहां पर ये लाइनें एक या दो दिनों से नहीं लगी हैं बल्कि कई दिनों से जारी हैं।

हालात खराब लेकिन उम्‍मीद बरकरार

देश में सरकार के खिलाफ कई हिंसक प्रदर्शन हुए लेकिन ये लाइनें बादस्‍तूर जारी रही हैं। इतना ही नहीं इन आटो और टैक्‍सी मालिकों ने भी अपनी जगह नहीं बदली है। भले ही कितनी ही मुश्किलों का उन्‍हें सामना करना पड़ा है। इमरजेंसी, कर्फ्यू, आंसू गैस और गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़कर भागने से बिगड़े हालातों का इन लोगों ने डटकर सामना किया है।

कब तक करना पड़ेगा इंतजार, नहीं मालूम

आलम ये है कि यहां के पेट्रोल पंपों पर लगी लाइनें लंबी तो हो रही हैं लेकिन कम नहीं हो रही हैं। सभी को उम्‍मीद है कि एक दिन उनका ये इंतजार खत्‍म होगा और पेट्रोल डीजल की आपूर्ति सामान्‍य हो जाएगी, जिसके बाद वो अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में वापस आ जाएंगे। हालांकि सच्‍चाई ये है कि इसकी अब तक कोई गारंटी नहीं है कि उन्‍हें कितने दिन और इंतजार करना पड़ेगा।

ताश खेलकर दिन बिता रहे आटो टैक्‍सी चालक 

56 वर्षीय विपुल दिसनायक उन आटो चालकों में से एक है जो कोलंबो के एक पेट्रोल पंप पर अपने साथियों के साथ उस दिन का इंतजार कर रहा है जब उनका ये इंतजार खत्‍म होगा। उसने एएफपी को बताया कि हाल के दिनों में कई बार हालात इस कदर बिगड़े की खुद पर ही गुस्‍सा आने लगा। वो बीत छह दिनों से यहां पर है। अधिकतर चालक यहां पर ताश खेलकर ही अपना वक्‍त गुजारते हैं।

बच्‍चों का पेट भरना बड़ा मुश्किल

विपुल ने बताया कि गरीब आदमियों के लिए ये समय बहुत बुरा है। उनके लिए समय काटना अपने परिवार का पेट भरना बेहद मुश्किल हो गया है। ये भी समझ नहीं आता है कि अपने बच्‍चों का पेट कैसे भरा जाए। भीषण गर्मी के बीच अपनी टैक्‍सी के अंदर समय गुजारने वाले एक ड्राइवर ने बताया कि कोई अपनी जगह को छोड़कर यहां से जाना नहीं चाहता है। हर तरफ हालात खराब हैं। इन लोगों को मानना है कि वो भी अपने हिसाब से पूर्व सरकार के खिलाफ इस प्रदर्शन में शामिल हैं। सड़कों पर न के बराबर ही गाडि़यां चलती दिखाई देती हैं।

कई दिनों से जारी है श्रीलंका का संकट 

श्रीलंका में कई दिनों से आर्थिक और राजनीतिक संकट जारी है। इस संकट को खत्‍म करने की कोशिशें अब तक विफल रही हैं। हालांकि ये संकट पूर्व की राजपक्षे सरकार की देन है। यही वजह है कि श्रीलंका की जनता का गुस्‍सा राजपक्षे परिवार के खिलाफ फूट रहा है। पिछले दिनों राष्‍ट्रपति आवास पर कब्‍जा और आगजनी की घटनाएं इसके ही कारण हुई हैं।  

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