Bangladesh में आरक्षण के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन जारी, पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए दागे आंसू गैस के गोले
आरक्षण प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर बांग्लादेश में छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है।प्रदर्शनकारी 1971के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम लड़ने वाले (पूर्व)सैनिकों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में30 प्रतिशत आरक्षण को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।देश में पुलिस और मुख्य रूप से छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच बुधवार को झड़पें हुईं।इस झड़प में पुलिस ने आंसू गैस और स्टन ग्रेनेड दागे ताकि भीड़ को तितर-बितर किया जाए।
रॉयटर्स, ढाका। बांग्लादेश में चल रहे छात्रों का प्रदर्शन जारी है। नौकरी आरक्षण के खिलाफ छात्रों द्वारा किए जा रहे आंदोलन में अबतक 150 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, पुलिस ने बुधवार को प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और ध्वनि ग्रेनेड फेंके हैं।
जनवरी में हुए आम चुनाव में प्रधानमंत्री शेख हसीना की लगातार चौथी बार जीत के बाद हो रहे इन विरोध प्रदर्शनों ने बांग्लादेश की सरकार के लिए सबसे गंभीर चुनौती पेश की। शेख हसीना की जीत को लेकर पहले ही मुख्य विपक्षी बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी ने बहिष्कार किया था।
आंसू गैस और स्टन ग्रेनेड से उन्हें तितर-बितर किया
पुलिस ने बताया कि सिलहट के उत्तर-पूर्वी जिले में प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर कोर्ट की ओर कूच किया, जिसके बाद उन्हें बल प्रयोग करना पड़ा। क्षेत्रीय डिप्टी कमिश्नर अजबहार अली शेख ने कहा कि हमने प्रदर्शनकारियों से सड़क से हटने का अनुरोध किया, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी और इसके बजाय पुलिस पर हमला कर दिया। हमले के बाद हमने उनपर आंसू गैस और स्टन ग्रेनेड की सहायता से उन्हें तितर-बितर करना पड़ा।'हताहतों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं'
घरेलू मीडिया के अनुसार राजधानी ढाका और दक्षिणी बंदरगाह शहर चटगांव समेत कई जगहों पर पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। हताहतों की संख्या अभी स्पष्ट नहीं है, हालांकि मीडिया ने कुछ लोगों के घायल होने और कुछ छात्रों को हिरासत में लिए जाने की खबर दी है।यह भी पढ़ें- भारत में हमला करने की साजिश रच रहा ISIL-K, लड़ाकों की भर्ती के लिए बनाया खास प्लान; UN की रिपोर्ट में खुलासा