सूडान में सत्ता के लिए संघर्ष जारी, सेना और आरएसएफ ने एक-दूसरे पर संघर्ष विराम के उल्लंघन का लगाया आरोप
सूडान में सत्ता के लिए संघर्ष जारी है। सेना और आरएसएफ दोनों एक-दूसरे के ऊपर संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप लगा रहे हैं। अब इस संघर्ष में 500 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 4 हजार से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 30 Apr 2023 04:28 PM (IST)
खार्तूम, रायटर। सूडान में सेना और आरएसएफ ने एक-दूसरे पर संघर्ष विराम के उल्लंघन का आरोप लगाया है। संघर्ष विराम रविवार को समाप्त हो रहा है। विनाशकारी गृहयुद्ध की ओर बढ़ने की चेतावनी के बावजूद संघर्ष तीसरे सप्ताह भी जारी रहा। सूडानी सेना और अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्स (RSF) के बीच लंबे समय से चल रहे सत्ता संघर्ष के बाद से सैकड़ों लोग मारे गए हैं और हजारों घायल हुए हैं।
खार्तूम में रविवार को रही शांति
रायटर के एक पत्रकार ने कहा कि शहर के केंद्र के पास शनिवार शाम को भारी संघर्ष के बाद खार्तूम, जहां सेना रिहायशी इलाकों में घुसे आरएसएफ बलों से जूझ रही है, में रविवार की सुबह अपेक्षाकृत शांति रही।
सूडानी सेना ने आरएसएफ के काफिले को नष्ट करने का किया दावा
सूडानी सेना ने रविवार को कहा कि उसने पश्चिम से खार्तूम की ओर बढ़ रहे आरएसएफ के काफिले को नष्ट कर दिया है। वहीं, आरएसएफ ने कहा कि सेना ने खार्तूम प्रांत के कई इलाकों में अपने ठिकानों पर हमला करने के लिए तोपखाने और युद्धक विमानों का इस्तेमाल किया। हालांकि, इन रिपोर्टों की पुष्टि नहीं हो सकी।सेंट्रल रिजर्व पुलिस की तैनाती
सेना ने शनिवार को कहा कि राजधानी में अपनी सेना को मजबूत करने के लिए उसने केंद्रीय रिजर्व पुलिस को दक्षिणी खार्तूम में तैनात करना शुरू कर दिया है। इसे धीरे-धीरे राजधानी के अन्य क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।सेंट्रल रिजर्व पुलिस सूडान के पुलिस बल का एक बड़ा और भारी हथियारों से लैस डिवीजन है, जिसे दारफुर के पश्चिमी क्षेत्र और दक्षिणी सूडान के नुबा पर्वत में लड़ाई करने का अनुभव है।
अमेरिका ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस पर लगाया प्रतिबंध
मार्च 2022 में संयुक्त राज्य अमेरिका ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस पर प्रतिबंध लगा दिया। इस पर प्रदर्शनकारियों के खिलाफ अत्यधिक बल का उपयोग करने का आरोप लगाया गया था, जो 2021 के सैन्य तख्तापलट के खिलाफ खार्तूम और अन्य स्थानों पर प्रदर्शन कर रहे थे।ड्रोन और फाइटर जेट्स से हमला
खार्तूम में सेना आरएसएफ बलों पर ड्रोन और लड़ाकू जेट विमानों से हवाई हमला कर निशाना बना रही है। इस महीने के संघर्ष ने हजारों लोगों को पड़ोसी राज्यों में जाने के लिए मजबूर कर दिया। इससे सूडान में लोकतांत्रिक सरकार स्थापित करने की मंशा भी पटरी से उतर गई। यहां पूर्व निरंकुश राष्ट्रपति उमर हसन अल-बशीर को तीन दशक के शासन के बाद 2019 में सत्ता से बेदखल कर दिया गया था।