सूडान में नहीं थम रही हिंसा, दार्फुर में 100 लोगों की मौत, जेद्दा वार्ता पर टिकी लोगों की उम्मीदें
Sudan Violence सूडान की सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लड़ाई में अब तक करीब पांच सौ लोगों की जान जा चुकी है। दार्फुर के जेनेना शहर में हालात इतने खराब हैं कि अस्पताल काम नहीं कर रहे हैं घायलों की वास्तविक संख्या बता पाना भी मुश्किल है।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Tue, 09 May 2023 07:47 AM (IST)
काइरो, एपी। सूडान के अशांत इलाके दार्फुर में सशस्त्र लड़ाकों के बीच झड़पों में कम से कम सौ लोग मारे गए हैं। सूडान के डाक्टरों के एक सिंडिकेट ने बताया कि जेनेना के दारपुर शहर में अस्पताल घायलों से पटे पड़े हैं। रविवार रात को फेसबुक पेज पर किए गए डाक्टरों के पोस्ट में बताया गया है कि सूडान में सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच सत्ता के लिए राजधानी खारतूम में छिड़ी लड़ाई कुछ दिन बाद जेनेना तक पहुंच गई।
डाक्टरों ने कहा कि दार्फुर के जेनेना शहर में अस्पताल काम नहीं कर रहे हैं, घायलों की वास्तविक संख्या के बारे में बता पाना मुश्किल है। सूडान की सेना और अर्धसैनिक बलों के बीच लड़ाई में अब तक करीब पांच सौ लोगों की जान जा चुकी है।सूडान के लोगों की उम्मीद सऊदी अरब के जेद्दा पर टिकी है। वहां पर शनिवार से दोनों विरोधी गुटों के बीच स्थायी संघर्ष विराम को लेकर वार्ता चल रही है। लेकिन उसमें अब तक कुछ प्रगति नहीं दिख रही है।
लड़ाकों ने कहा है कि उनकी वार्ता संघर्ष को खत्म करने के लिए नहीं बल्कि सहायता पहुंचाने को लेकर सुरक्षित रास्ता देने जैसे मुद्दों तक सीमित है। इस पर खारतूम निवासी सरकारी कर्मचारी 35 वर्षीय तमादेर इब्राहिम कहते हैं कि अगर जेद्दा समझौता विफल होता है तो इसका मतलब हम लोग न तो अपने घरों को लौट पाएंगे और न ही सामान्य जीवन जी सकेंगे।बीते 15 अप्रैल से छिड़ी सेना और अर्धसेना के बीच लड़ाई में कम से कम 481 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 2,560 लोग घायल हुए हैं।