ताइवान को चारों तरफ से घेरने की कोशिश कर रहा चीन, सीमा के पास भेजे छह नौसैनिक जहाज और सैन्य विमान
चीन और ताइवान के बीच तनाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। एक बार फिर छह चीनी सैन्य विमानों छह नौसैनिक जहाजों और चार तटरक्षक जहाजों को ताइवान की सीमा के पास देखा गया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी है।एक चीनी ड्रोन को ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) के दक्षिण-पश्चिम कोने में देखा गया था
एएनआई, तैपेई। चीन और ताइवान के बीच तनाव कम होने का नाम ही नहीं ले रहा। एक बार फिर छह चीनी सैन्य विमानों, छह नौसैनिक जहाजों और चार तटरक्षक जहाजों को ताइवान की सीमा के पास देखा गया। ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी है।
देखा गया था चीनी ड्रोन
एमएनडी के अनुसार, एक चीनी ड्रोन को ताइवान के वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (एडीआईजेड) के दक्षिण-पश्चिम कोने में देखा गया था, जबकि एक पीएलए हेलीकॉप्टर को दक्षिणपूर्व एडीआईजेड में ट्रैक किया गया था।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसके जवाब में ताइवान ने चीन की गतिविधि की नजर रखने के लिए विमान, नौसैनिक जहाजों और वायु रक्षा मिसाइल प्रणालियों को तैनात किया।
ग्रे जोन रणनीति का इस्तेमाल
इसके अलावा, ताइवान में लाइ चिंग के नए राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के बाद से चीन और ताइवान के बीच तनाव लगातार बना हुआ है। चीन ने सितंबर 2020 से ताइवान के आसपास परिचालन करने वाले सैन्य विमानों और नौसैनिक जहाजों की संख्या में बढ़ोतरी करके ग्रे जोन रणनीति का इस्तेमाल बढ़ा दिया है।ग्रे जोन युद्ध रणनीति दरअसल वह तरीका है,जिससे धीरे-धीरे दुश्मन को कमजोर कर दिया जाता है। ग्रे जोन रणनीति के हिसाब से कोई भी देश सीधा हमला नहीं करता है, लेकिन इस एक तरह का डर हमेशा बनाए रखता है।