Afghanistan: 'अफगानों के धैर्य की परीक्षा नहीं ले पाकिस्तान' तालिबान के कार्यवाहक उपविदेश मंत्री की चेतावनी
तालिबान (Taliban) के कार्यवाहक उपविदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्तनिकजाई ने इस्लामाबाद से अफगान शरणार्थियों ( Afghan Refugee) के साथ उचित व्यवहार करने को कहा है। अफगानिस्तान के आर्थिक विकास को लेकर एक बैठक में अब्बास ने कहा अफगानों की प्रतिक्रिया इतिहास में दर्ज है और अब अफगानिस्तान के पास मजबूत रक्षा बल एवं हथियार हैं। इस बीच अमेरिका 25000 से ज्यादा अफगान शरणार्थियों को बचाने में जुट गया है।
एएनआइ, काबुल। तालिबान के कार्यवाहक उपविदेश मंत्री शेर मोहम्मद अब्बास स्तनिकजाई ने इस्लामाबाद से अफगान शरणार्थियों के साथ उचित व्यवहार करने को कहा है। अब्बास ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि ऐसा नहीं हुआ तो अफगान प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए बाध्य हो जाएंगे।
अफगानिस्तान के आर्थिक विकास को लेकर एक बैठक में अब्बास ने कहा, अफगानों की प्रतिक्रिया इतिहास में दर्ज है और अब अफगानिस्तान के पास मजबूत रक्षा बल एवं हथियार हैं।
25 हजार अफगान शरणार्थियों को बचाने में जुटा अमेरिका
अमेरिका 25000 से ज्यादा अफगान शरणार्थियों को बचाने में जुट गया है। अमेरिकी दूतावास ने अमेरिका में स्थानांतरण और पुनर्वास की प्रक्रिया के तहत अफगान शरणार्थियों को पत्र जारी किया है और पाकिस्तानी अधिकारियों को उनके नाम की सूची दी है।
पाकिस्तान ने अमेरिकी सूची पर आपत्ति जताई है। एक लाख से ज्यादा शरणार्थी अफगानिस्तान लौटे तोर्खम सीमा चौकी से रविवार को 6500 अफगान स्वदेश पहुंचे। इसके साथ ही 17 सितंबर से पाकिस्तान छोड़ने वाले अफगानों की संख्या 174,350 हो गई है।
200 पत्रकारों का निष्कासन रोकने का अनुरोध
अंतरराष्ट्रीय मीडिया निकाय ने पाकिस्तान से 200 से ज्यादा अफगान पत्रकारों को निष्कासित नहीं करने का अनुरोध किया है। तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद भागकर पाकिस्तान पहुंचे पत्रकारों के पास भी वैध दस्तावेज नहीं हैं।
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