काबुल : सरकारी अधिकारियों पर भी बढ़े तालिबान के हमले, मीडिया विंग के चीफ की हत्या
अधिकारी का नाम दावा खान मेनापाल था। अफगान गृह मंत्रालय के प्रवक्ता मीरवाइस स्टानिकजई ने कहा वह (मेनपाल) एक युवा व्यक्ति थे जो दुश्मनों के सामने पहाड़ की तरह खड़े रहते थे और जो हमेशा (अफगान) शासन के एक प्रमुख समर्थक थे।
By Neel RajputEdited By: Updated: Fri, 06 Aug 2021 04:42 PM (IST)
काबुल, एपी। अफगानिस्तान में तालिबान आतंकियों के सरकारी अधिकारियों पर भी हमले बढ़ गए हैं। आतंकियों ने अपने ताजा हमले में अफगान सरकार के एक शीर्ष मीडिया अधिकारी को निशाना बनाया और उनको मौत के घाट उतार दिया। इस हत्या की अफगान सरकार और अमेरिका ने कड़े शब्दों में निंदा की है। समाचार एजेंसी रायटर के अनुसार, तालिबान ने सरकारी मीडिया और सूचना केंद्र के प्रमुख दावा खान मेनपाल की हत्या करने की जिम्मेदारी ली है। जबकि गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने शुक्रवार की नमाज के दौरान उनकी हत्या की।
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, 'वह (मेनपाल) दुश्मनों के दुष्प्रचार के खिलाफ एक पहाड़ की तरह डटे रहते थे।' मेनपाल राष्ट्रपति अशरफ गनी के प्रवक्ता के तौर पर भी काम करते थे। बता दें कि तालिबान ने हाल में ही सरकारी अधिकारियों को निशाना बनाने की धमकी दी थी। आतंकियों ने कुछ दिनों पहले ही देश के कार्यवाहक रक्षा मंत्री की हत्या का प्रयास किया था। आतंकियों ने उनके आवास पर बम से हमला किया था। इसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी और 20 घायल हुए थे।
लश्कर गाह समेत कई स्थानों पर ढेर हुए 150 से ज्यादा आतंकी
अफगानिस्तान में सुरक्षा बलों और तालिबान आतंकियों के बीच लड़ाई तेज हो गई है। अफगान सुरक्षा बलों की कार्रवाई में रोजाना बड़ी संख्या में तालिबान आतंकी मारे जा रहे हैं। बीते 24 घंटे में लश्कर गाह समेत कई स्थानों पर 150 से ज्यादा आतंकी ढेर कर दिए गए। आतंकी कई प्रांतों की राजधानियों पर कब्जे की फिराक में हैं तो सुरक्षा बल उनके मंसूबों को नाकाम करने में जुटे हैं। इधर, देश के पूर्व उप राष्ट्रपति अब्दुल राशिद दोस्तम ने तालिबान का सफाया करने का वादा किया है। दोस्तम का मिलिशिया समूह अफगान बलों के साथ मिलकर जज्जान प्रांत में आतंकियों से लड़ रहा है।
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