World Hindu Congress: 'हिंदू जीवन मूल्यों से ही विश्व में शांति स्थापित होगी', थाईलैंड की PM ने ऐसा क्यों कहा?
थाईलैंड की प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिनी ने कहा कि हिंदू धर्म के सिद्धांतों और मूल्यों पर आयोजित विश्व हिंदू कांग्रेस की मेजबानी करना हमारे देश के लिए सम्मान की बात है। उन्होंने वेद का जिक्र करते हुए कहा कि अशांति से जूझ रही दुनिया को अहिंसा सत्य सहिष्णुता और सद्भाव के हिंदू मूल्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए तभी विश्व में शांति की स्थापना होगी।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Fri, 24 Nov 2023 06:14 PM (IST)
एएनआई, बैंकाक। थाईलैंड की प्रधानमंत्री श्रेथा थाविसिनी (Thailand's Prime Minister Srettha Thavisin) ने हिंदू धर्म को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अशांति से जूझ रही दुनिया को अहिंसा, सत्य, सहिष्णुता और सद्भाव के हिंदू मूल्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए, तभी विश्व में शांति स्थापित होगी।
बैंकाक में विश्व हिंदू कांग्रेस का उद्घाटन
दुनिया में हिंदुओं की पहचान एक प्रगतिशील और प्रतिभाशाली समाज के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से आज बैंकाक में तीसरी विश्व हिंदू कांग्रेस का उद्घाटन किया गया। इस दौरान श्रेथा थाविसिन ने शांति को बढ़ावा देने वाले हिंदू मूल्यों पर प्रकाश डाला। हालांकि, थाविसिन उद्घाटन सत्र में किन्ही कारणों की वजह से हिस्सा नहीं ले पाईं। बैठक में उनका संदेश पढ़ा गया।
'विश्व हिंदू कांग्रेस की मेजबानी करना सम्मान की बात'
अपने संदेश में थाईलैंड की प्रधानमंत्री ने कहा कि हिंदू धर्म के सिद्धांतों और मूल्यों पर आयोजित विश्व हिंदू कांग्रेस की मेजबानी करना हमारे देश के लिए सम्मान की बात है। इस दौरान उन्होंने वेद का भी जिक्र किया।दीप प्रज्वलित कर किया गया विश्व हिंदू कांग्रेस का उद्घाटन
विश्व हिंदू कांग्रेस का उद्घाटन प्रख्यात संत माता अमृतानंदमयी, भारत सेवाश्रम संघ के स्वामी पूर्णानंद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहनराव भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, विश्व हिंदू परिषद के महासचिव मिलिंद परांडे और कार्यक्रम के संस्थापक-संचालक स्वामी विज्ञानानंद ने दीप प्रज्वलित कर किया।
61 देशों के 2200 से अधिक प्रतिनिधि हुए शामिल
इस कार्यक्रम में 61 देशों के 2200 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। इन प्रतिनिधियोंने शिक्षा, अर्थव्यवस्था, अनुसंधान और विकास, मीडिया और राजनीति के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल कीं। इनमें करीब 25 देशों के सांसद और मंत्री भी शामिल हैं।यह भी पढ़ें: Vishwa Hindu Sammelan: 'शांति के पथ से लड़खड़ा रही है दुनिया', मोहन भागवत बोले- अब भारत से ही रास्ता दिखाने की उम्मीद