जीरो कोविड नीति से परेशान हो चुकी है चीन की जनता, काफी कठिन है बीजिंग की यात्रा
चीन की जनता जीरो कोविड नीति से परेशान हो चुकी है। चीन के लोग परिवार के सदस्य से नहीं मिलने के लिए मुवहीं चीन सरकार के मुताबिक कोरोना के फैलने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं।
By Piyush KumarEdited By: Updated: Fri, 29 Apr 2022 07:47 PM (IST)
सिंगापुर, रायटर्स। ज्यादतर देशों ने कोरोना के नियमों में ढील देने की शुरुआत कर दी है। सिर्फ, चीन ही एक मात्र ऐसा देश है जहां 'जीरो कोविड नीति' का पालन किया जा रहा है। इस नीति में शामिल कड़े नियमों की वजह से चीन के लोग परेशान हैं। आलम, यह है कि पिछले दो सालों से लोग परिवार से मिलने के लिए तरस गए हैं। आने-जाने के लिए हवाई सेवा ही एक मात्र जरिया है, लेकिन महंगी टिकट और लाकडाउन में फंसने के डर से लोग यात्रा करने से डर रहे हैं।
परिवार से मिलने के लिए तरस रहे हैं लोगलंदन में स्थित बा लीना ने चीन के जीरो कोविड नीति पर चिंता जाहिर करते हिए कहा, 'मेरे बूढ़े मां-बाप चीन में रहते हैं। इस नीति की वजह से मैं अपनी माता-पिता से नहीं मिल पा रहीं हूं। मैं असहाय और क्रोधित महसूस कर रही हूं। बता दें कि चीन में हवाई यात्रा की सेवा में भी कटौती की गई है, जिसकी वजह से टिकट के दाम में काफी बढ़ोतरी हुई है। गौरतलब है कि चीन में जीरो कोविड नीति की वजह से बेरोजगारी भी बढ़ी है। चीन की राजधानी शंघाई के लोगों ने शिकायत की है कि उन्हें जबरदस्ती घरों से निकालकर क्वारंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है।
सरकार पर जनता का विश्वास हो रहा है कमसिडनी में न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय के प्रोफेसर बिंगकिन ली ने कहा कि इस नीति की वजह से चीन के लोगों के मन में सरकार के प्रति भरोसा काफी कम हो गया है। लाकडाउन और अराजकता की वजह से चीन के लोग काफी परेशान हो चुके हैं।
काफी कठिन है चीन की यात्राबता दें कि इस वक्त अगर किसी व्यक्ति को सिंगापुर से चीन जाना है तो उन्हें सख्त कोविड टेस्टिंग से गुजरना पड़ेगा। जैसे- चीन जाने के सात दिनों पहले पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन (पीसीआर) परीक्षण कराना अनिवार्य है फिर रवाना होने से दो दिन पहले एक पीसीआर परीक्षण और एक आईजीएम शरीर विरोधी रक्त परीक्षण कराना आवश्यक है। वहीं, उड़ान भरने से 12 घंटे पहले पीसीआर परीक्षण कराना भी अनिवार्य है।
इसके बाद भी चीन पहुंचने के बाद लोगों को 14 दिनों को क्वारंटाइन में रखा जा रहा है। गौरतलब है कि चीनी विदेश मंत्रालय को मुताबिक, कोरोना की लहर को रोकने के लिए जीरो कोविड नीति का पालन करना आवश्यक है।