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Charles Sobhraj: अब फ्रांस में ही रहेगा बिकिनी किलर चा‌र्ल्स शोभराज, वकील ने बताया बेकसूर

बिकिनी किलर के नाम से मशहूर चा‌र्ल्स शोभराज आजीवन कारावास की सजा से रिहा होने के बाद शनिवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंच गया है। चार्ल्स शोभराज के वकील ने बताया कि वह खुश है और अब यहीं रहेगा और आराम करेगा।

By AgencyEdited By: Mohd FaisalUpdated: Sun, 25 Dec 2022 03:45 AM (IST)
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Charles Sobhraj: अब फ्रांस में ही रहेगा बिकिनी किलर चा‌र्ल्स शोभराज (फाइल फोटो)

पेरिस, एजेंसी। बिकिनी किलर के नाम से मशहूर चा‌र्ल्स शोभराज नेपाल में हत्या के दो मामलों में आजीवन कारावास की सजा से रिहा होने के बाद शनिवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस पहुंचा। ऐसा माना जाता है कि शोभराज ने 1972 से 1982 के बीच अफगानिस्तान, भारत, थाईलैंड, तुर्किये, नेपाल, ईरान और हांगकांग में कम से कम 20 लोगों की हत्या की थी।

बीबीसी और नेटफ्लिक्स ने चा‌र्ल्स शोभराज को जीवन को दर्शाया

बता दें कि बीबीसी और नेटफ्लिक्स द्वारा सह-निर्मित ''द सर्पेंट'' नामक श्रृंखला में चा‌र्ल्स शोभराज का पूरा जीवन दर्शाया गया है और यह पिछले साल प्रसारित हुई थी। शोभराज के फ्रांसीसी वकील इसाबेल काउटेंट पेयर ने द एसोसिएटेड प्रेस को बताया कि वह नेपाल से कतर होते हुए पेरिस के चा‌र्ल्स डी गाल हवाई अड्डे पर शनिवार को पहुंचा। उन्होंने बताया कि वह खुश है और अब यहीं रहेगा और आराम करेगा। वकील ने उसे एक आशावादी इंसान बताते हुए कहा कि उसे आजादी पाने में 19 साल लग गए। वकील ने आरोप लगाया कि नेपाल में हत्या में उस पर दोषसिद्ध करना झूठे दस्तावेजों पर आधारित मनगढ़त मामला था।

जानिये शोभराज के बारे में

शोभराज का जन्म साइगान में 6 अप्रैल, 1944 को एक भारतीय पिता और वियतनामी मां के यहा हुआ। बाद में उसकी मां ने एक फ्रांसीसी व्यक्ति से पुनर्विवाह कर लिया। 1963 में वह एक अंतरराष्ट्रीय बदमाश के रूप में उभरकर सामने आया। उसने ग्रीस, तुर्किये, ईरान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान में कई अपराध किए। 1970 में वह भारत पहुंचा। 1971 में उसे आभूषण चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। जमानत मिलने पर भाग गया और ग्रीस जा पहुंचा। वहां उसे गिरफ्तार किया गया मगर वहां से भी वह रफूचक्कर हो गया।

'बिकिनी किलर' के रूप में मशहूर हुआ शोभराज

1975 में अपनी कनाडाई प्रेमिका और एक भारतीय सहयोगी के साथ बैंकाक पहुंचा। वहां वह खुद को कीमती पत्थरों का व्यापारी बताते हुए पर्यटकों के साथ घुल-मिल गया और घूमा। अक्टूबर में पटाया के थाई बीच पर बिकिनी पहने एक युवती की लाश मिली। कुछ अन्य पीड़ितों का उसने पीछा कर उन्हें पीटा, गला घोंटकर या जलाकर मार दिया। इसके बाद धोखा देने और उन्हें लूटने पर शोभराज 'बिकिनी किलर' के रूप में मशहूर हो गया।

भारत में किया गया था गिरफ्तार

जुलाई 1976 में, नई दिल्ली के एक होटल में 20 से अधिक फ्रांसीसी पर्यटकों के एक समूह को ड्रग देने की कोशिश करने के बाद उसे भारत में गिरफ्तार किया गया। उस पर एक अन्य फ्रांसीसी पर्यटक ल्यूक सालोमन की हत्या का भी आरोप है, जिसे मुंबई के एक होटल में जहर दिया गया था। मई 1982 में उसे एक भारतीय अदालत ने 1976 में इजरायली पर्यटक एलन जैकब की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई, लेकिन एक साल बाद उसकी अपील पर सुबूतों के अभाव में उसे बरी कर दिया गया।

भारतीय जेलों से बाहर निकलने के बाद पहुंचा फ्रांस

1985 के अंत में थाइलैंड में एक तुर्की पर्यटक और एक युवा अमेरिकी महिला टेरेसा नोल्टन की हत्या के सिलसिल में वहां की सरकार के अनुरोध पर भारत शोभराज को प्रत्यर्पित करने पर सहमत हो गया। 10 देशों में कम से कम 15 हत्याओं का अभियुक्त जब भारतीय जेलों से बाहर निकला तो फ्रांस पहुंच गया और वहां चुपचाप रहने लगा।

23 दिसंबर को रिहा किया गया

नेपाल में शाल निर्यात कपंनी स्थापित करने को वह फर्जी पहचान से 2003 में वहां पहुंचा मगर 1975 में दो पर्यटकों कनाडाई बैकपैकर लारेंट आर्मंड कैरिएरे और अमेरिकी कोनी जो के हत्यारे को काठमांडू में पहचान लिया गया और गिरफ्तार कर लिया गया। उसे अगस्त 2004 में आजीवन कारावास की सजा मिली। 21 दिसंबर, 2022 को नेपाल की शीर्ष अदालत ने शोभराज को स्वास्थ्य आधार पर जेल से रिहा करने का आदेश दिया। उसे 23 दिसंबर को रिहा किया गया।

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