Move to Jagran APP

Rishi Sunak vs Liz Truss: पीएम की रेस में ट्रस को मिली बढ़त, 55 फीसद टोरी सांसदों ने जानसन के इस्‍तीफे को गलत बताया

सर्वेक्षण में अपदस्थ नेता बोरिस जानसन के पक्ष में बहुमत भी दिखाया गया है जिसमें 55 फीसद ने कहा कि टोरी सांसदों ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर करके गलत किया जबकि 40 फीसद ने कहा कि उन्होंने सही किया।

By Ramesh MishraEdited By: Updated: Sat, 20 Aug 2022 06:37 PM (IST)
Hero Image
Rishi Sunak vs Liz Truss: पीएम की रेस में ट्रस को मिली बढ़त। एजेंसी।
नई दिल्‍ली, एजेंसी। ब्रिटेन में नए प्रधानमंत्री का चुनाव अभी जारी है। नए सर्वेक्षण ने कंजरवेटिव पार्टी के नेतृत्व की दौड़ में पूर्व चांसलर ऋषि सुनक पर विदेश सचिव लिज ट्रस की 32 अंकों की बढ़त की पुष्टि की है, लेकिन निवर्तमान पीएम बोरिस जानसन टोरी सदस्यों के बीच अब भी सबसे अधिक लोकप्रिय हैं। एक सर्वेक्षण के मुताबिक 66 फीसद सदस्य लिज ट्रस के लिए मतदान के पक्ष में हैं और 34 फीसद सुनक के पक्ष में हैं। सर्वेक्षण में अपदस्थ नेता बोरिस जानसन के पक्ष में बहुमत भी दिखाया गया है, जिसमें 55 फीसद ने कहा कि टोरी सांसदों ने उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर करके गलत किया जबकि 40 फीसद ने कहा कि उन्होंने सही किया।

नवीनतम सर्वे 12 और 17 अगस्त के बीच आयोजित किया गया था, जिसमें नेतृत्व चुनाव में वोट रखने वाले 1,089 कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य शामिल हैं। यह बुधवार को एक अलग कंजर्वेटिव होम सर्वे के ठीक बाद हुआ, जिसने ट्रस को 32 अंकों की बढ़त दिखाई। सर्वेक्षण से पता चलता है कि दो सप्ताह पहले सदस्यों के अपने पिछले समान सर्वे के बाद से प्रतियोगिता बहुत ही कड़ी हो गई, जब ट्रस को 38 अंकों की बढ़त मिली थी। इससे पता चलता है कि बहस और अभियान सुनक कैंप के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो रहे हैं।

केवल 13 फीसद मतदाताओं का कहना है कि उन्होंने अभी तक यह तय नहीं किया है कि वे किसे मतदान करेंगे। 68 फीसद का कहना है कि उन्होंने ट्रस को और 31 फीसद ने सनक को वोट दिया। जिन लोगों ने अभी तक मतदान नहीं किया है, उनमें से 44 फीसद का कहना है कि वे ट्रस को चुनेंगे, 29 फीसद का कहना है कि वे सुनक को चुनेंगे जबकि 26 प्रतिशत का कहना है कि वे नहीं जानते कि किसे वोट देंग। हालांकि ट्रस के लिए यह आसान नहीं है, क्योंकि सर्वे में यह भी दिखाया गया है कि टोरी के 40 फीसद सदस्यों का मानना है कि उनकी जीत के कारण त्रिशंकु संसद या लेबर बहुमत होगा। 47 साल की ट्रस ने महंगाई से निपटने के बजाय टैक्स में कटौती को प्राथमिकता दी है। हालांकि, 63 फीसद का कहना है कि प्राथमिकता मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखना चाहिए, जो सुनक की नीति पर केंद्रित है, जबकि 33 फीसद का कहना है कि लोगों के करों को कम करना पहला लक्ष्य होना चाहिए।