भूकंप के बाद अब पुनर्निर्माण पर तुर्किये सरकार की निगाहें, लोगों से की जा रही घर वापसी करने की अपील
तुर्किये और सीरिया में मरने वालों की संख्या 41000 से अधिक हो गई है। जीवित लाखों लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है। लोग बेघर हो गए हैं। ठंड में लोग बाहर सोने को मजबूर हैं। 41500 से अधिक इमारतें नष्ट हो गईं हैं।
By AgencyEdited By: Piyush KumarUpdated: Wed, 15 Feb 2023 06:19 PM (IST)
अंताक्या, (रायटर)। तुर्किये में आए विनाशकारी भूकंप के बाद सरकार अब बचावकार्यों के बजाय पुनर्वास और पुनर्निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रही है। सरकार लोगों को प्रेरित कर रही है कि यदि उनके घर सुरक्षित हैं तो वे अपने घरों में वापस लौट जाएं।
दोहरी विभीषिका की मार झेल रहे सीरिया के लोग
मालूम हों कि सीरिया में विपक्षी समूहों के कब्जे वाले इलाके में पहले ही गृह-युद्ध की मार झेल रहे लोग अब भूकंप के चलते दोहरी मार झेल रहे हैं। यहां आवागमन के दिक्कतों के कारण अंतरराष्ट्रीय सहायता भी धीरे-धीरे पहुंच रही है। तुर्किये और सीरिया में मरने वालों की संख्या 41,000 से अधिक हो गई है। जीवित लाखों लोगों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है। लोग बेघर हो गए हैं। ठंड में लोग बाहर सोने को मजबूर हैं। 41,500 से अधिक इमारतें नष्ट हो गईं हैं या इतनी क्षतिग्रस्त हो गईं हैं कि उन्हें ध्वस्त करना होगा।
सरकार ने लोगों से घर वापसी की अपील की
आंतरिक मंत्री सुलेमान सोयलू ने कहा कि तुर्की के दक्षिणी हाटे प्रांत में आधी इमारतें या तो ढह गई हैं, अत्यधिक क्षतिग्रस्त हो गई हैं या उन्हें जल्दी से गिराए की जरूरत है। हालांकि सरकार लोगों को इस बात के लिए भी प्रोत्साहित कर रही है कि यदि सरकार की जांच के आधार पर उनके घर सुरक्षित हैं तो वे घरों को लौट जाएं। पर्यटन मंत्री नूरी एर्सोय ने मलत्या में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि हम चाहते हैं कि लोग ऑनलाइन प्रणाली पर अपने घरों की स्थिति को ट्रैक करें और सुरक्षित पाए जाने वाले घरों में वापस लौट जाएं ताकि जिंदगी पटरी पर लौट सकें।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा अब यहां आवास, भोजन और शिक्षा पर ध्यान देने की जरूरत
बता दें कि मंगलवार को तुर्की में 9 लोगों को मलबे से जीवित निकाला गया। इसके बाद तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन ने बचावकार्यों को जारी रखने का वादा किया। तुर्की मीडिया ने बताया कि एक विनाशकारी भूकंप के लगभग 222 घंटे बाद बुधवार को दक्षिणी तुर्की शहर कहमनमारस में एक इमारत के मलबे से एक 42 वर्षीय महिला को बचाया गया। हालांकि संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों का कहना है कि अब बचावकार्यों का दौर अब धीरे-धीरे समाप्त हो गया है अब यहां आवास, भोजन और स्कूली शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
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