श्रीलंकाई कोर्ट से 12 भारतीय मछुआरे रिहा, दिसंबर में किए गए थे गिरफ्तार
श्रीलंका की एक अदालत ने 12 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है। मछुआरों को श्रीलंका की जल सीमा में मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कोलंबो में भारतीय उच्चायोग मछुआरों की शीघ्र तमिलनाडु वापसी के लिए कदम उठा रहा है।
By Amit SinghEdited By: Updated: Thu, 06 Jan 2022 06:44 PM (IST)
कोलंबो, प्रेट्र: श्रीलंका की एक अदालत ने 12 भारतीय मछुआरों को रिहा कर दिया है। मछुआरों को श्रीलंका की जल सीमा में मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। कोलंबो में भारतीय उच्चायोग मछुआरों की शीघ्र तमिलनाडु वापसी के लिए कदम उठा रहा है। उत्तरी श्रीलंका के मन्नार शहर की अदालत ने जिन मछुआरों को रिहा किया है, उन्हें श्रीलंकाई नौसेना ने गत 19 दिसंबर को गिरफ्तार किया था।
दिसंबर से हिरासत में थे मछुआरों
जाफना में भारत के वाणिज्यदूत ने ट्वीट में बताया, '12 भारतीय मछुआरों को मन्नार में 19 दिसंबर से हिरासत में रखा गया था। मन्नार कोर्ट ने गुरुवार को उन्हें रिहा कर दिया। जाफना महावाणिज्यदूत ने रिहाई के लिए उन्हें कानूनी सहायता मुहैया कराई।' इससे पहले भारतीय उच्चायोग ने ट्विटर पर कहा था कि यह सुनकर खुशी हुई कि तमिलनाडु निवासी भारतीय मछुआरे रिहा किए जा रहे हैं।
कूटनीतिक और राजनीतिक संबंधों में सुधार के आसार
जानकारी के मुताबिक दोनों देश अपने संबंधों को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं। भारत और श्रीलंका अपने कूटनीतिक और राजनीतिक संबंधों को एक नई दिशा देने के लिए तैयार हैं। पूरे विश्व में फैली कोरोना महामारी के कारण श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा । बीते दिनों आपसी संबंधों में सुधार के मकसद से विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला पर श्रीलंका की तीन दिवसीय यात्रा पर गए थे। अपनी यात्रा के दौरान वे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे, प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे, विदेश मंत्री जीएल पियरिस और विदेश सचिव जयंत कोलंबेज से मुलाकात की थी।
आपसी तालमेल को बढ़ावा देने की बातवहीं,साल 2021 के दौरान जून महीने में दोनों देशों को तटरक्षकों के बीच वर्चुअल बैठक हुई थी। जिसमें भारत और श्रीलंका के तटरक्षकों ने तलाशी और बचाव अभियान, समुद्र में अपराधियों से मुकाबला और हिंद महासागर इलाके में समुद्री पर्यावरण के संरक्षण समेत कई मुद्दों पर सहयोग बढ़ाने पर बातचीत की थी।