तेज होने वाला है युद्ध! रूस की राजधानी पर यूक्रेन का सबसे बड़ा ड्रोन हमला; कई फ्लाइटें डायवर्ट
Russia Ukraine War ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से पहले रूस-युक्रेन युद्ध तेज होने की आशंका बढ़ गई है क्योंकि रविवार को यूक्रेन ने रूस पर अब तक सबसे बड़ा ड्रोन हमला बोला है। यूक्रेन ने रूस की राजधानी पर ये ड्रोन बरसाए। हमलों की वजह से शहर के तीन हवाई अड्डों से उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा। रूस ने भी यूक्रेन पर जवाबी हमला बोला है।
रॉयटर्स, कीव। यूक्रेन ने रविवार को मॉस्को पर 34 ड्रोन के साथ हमला बोला। यह युद्ध की शुरुआत के बाद से रूसी राजधानी पर सबसे बड़ा ड्रोन हमला है। हमले की वजह से शहर के तीन प्रमुख हवाई अड्डों से उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा और एक व्यक्ति घायल हो गया।
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पश्चिमी रूस के अन्य क्षेत्रों में 36 अन्य ड्रोनों को नष्ट किया गया। रूस की संघीय हवाई परिवहन एजेंसी ने कहा कि डोमोडेडोवो, शेरेमेतयेवो और जुकोवस्की के हवाई अड्डों ने 36 उड़ानों को डायवर्ट किया। हालांकि, बाद में परिचालन सामान्य हो गया। वहीं, रूस ने भी यूक्रेन पर हमला बोला है। रूस की ओर से रातभर के दौरान 145 ड्रोन यूक्रेनी क्षेत्र में भेजे गए। कीव ने कहा कि उनमें से 62 को मार गिराया गया। यूक्रेन ने यह भी कहा कि उसने रूस के ब्रांस्क क्षेत्र में एक शस्त्रागार पर हमला किया।
(यूक्रेनी ड्रोन हमले के बाद एक आवासीय इमारत से धुआं और आग उठती हुई। (Photo- Reuters))
पोक्रोव्स्क की ओर बढ़ रही है रूसी सेना
यूक्रेन के शीर्ष सैन्य कमांडर आलेक्जेंडर सिर्स्की ने कहा कि मॉस्को के आक्रमण के खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि रूसी सेना आगे बढ़ रही है और उत्तर कोरियाई सैनिक क्रेमलिन के अभियान में शामिल होने की तैयारी कर रहे हैं। यूक्रेन के पूर्वी डोनबास प्रांत पर कब्जा करने के इरादे से रूसी सेनाएं पोक्रोव्स्क की ओर बढ़ते हुए लगातार नए क्षेत्रों पर कब्जा कर रही हैं।पुतिन ने उत्तर कोरिया के साथ रक्षा संधि पर किए हस्ताक्षर
पुतिन ने उत्तर कोरिया के साथ एक रणनीतिक साझेदारी संधि पर हस्ताक्षर किया है, जिसमें पारस्परिक रक्षा प्रावधान शामिल है। जून में प्योंगयांग में शिखर सम्मेलन के बाद पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन द्वारा हस्ताक्षरित समझौते में प्रत्येक पक्ष से सशस्त्र हमले की स्थिति में दूसरे की सहायता की बात की गई है। रूस के उच्च सदन ने इस सप्ताह इस संधि को मंजूरी दे दी, जबकि निचले सदन ने पिछले महीने इसका समर्थन किया था। पुतिन ने उस आधिकारिक आदेश पर हस्ताक्षर किया, जो शनिवार को प्रकाशित किया गया।
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