Russia Ukraine War: यूक्रेनी सेना के हमले से आठ रूसी युद्धक विमान तबाह, ब्लैक सी की निगरानी में आई बाधा
यूक्रेनी सेना ने रूसी एयरबेस को तबाह कर दिया है। यूक्रेन जंग के करीब 170 दिन बाद सैटेलाइट इमेज से इस बात का खुलासा हुआ है कि इस एयरबेस पर रूस के कई युद्धक विमान खड़े थे। यह सैटेलाइट इमेज अमेरिकी कंपनी ने जारी की है।
By Ramesh MishraEdited By: Updated: Fri, 12 Aug 2022 05:39 PM (IST)
कीव/मास्को एजेंसी। रूस यूक्रेन जंग के बीच यूक्रेनी सेना ने उसके एयरबेस को तबाह कर दिया है। यूक्रेन जंग के करीब 170 दिन बाद सैटेलाइट इमेज से इस बात का खुलासा हुआ है कि इस एयरबेस पर रूस के कई युद्धक विमान खड़े थे। यह सैटेलाइट इमेज अमेरिकी कंपनी मैक्सार टेक्नोलाजी और प्लैनेट लैब्स ने जारी की है। उधर, यूक्रेन युद्ध में रूस अब खूंखार कैदियों के सहारे इस जंग को लड़ रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने कैदियों को इस युद्ध में लगाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक रूसी कब्जे वाला क्रीमिया के साकी एयरबेस पर मंगलवार देर रात हुए यूक्रेनी हमले में आठ लड़ाकू विमान नष्ट होने की खबर है। रूस ने इन विमानों को युद्ध से पहले तैनात किया था। साकी एयरबेस पर रूस के Su-30M लड़ाकू विमान, Su-24 और Il-76 ट्रांसपोर्टर जैसे विमान खड़े थे। इन विमानों के जरिए ही रूस ब्लैक सी और क्रीमिया से सटे इलाकों की निगरानी कर रहा था। इधर, रूसी सेना ने इस सैन्य कार्रवाई के पीछे पश्चिमी देशों की भूमिका बताई है। क्रीमिया एयरबेस युद्ध की जगह से 200 किलोमीटर दूर है, जिस वजह से लांगरेंज फायर मिसाइल यहां नहीं पहुंच सकती है। फिर हमला कैसे हुआ, रूस इसकी जांच में जुटा है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दोमीर जेलेंस्की ने कहा कि पुतिन यूरोप को परमाणु खतरे में डालना चाहते हैं। दरअसल, गुरुवार रात यूक्रेन के जपोरिजिया परमाणु संयत्र के पास भीषण बमबारी हुई है। हालांकि अब तक मिली जानकारी के मुताबिक कोई बड़ी अनहोनी नहीं हुई है। उधर, उत्तरी यूरोपीय देश लातविया ने संसद में रूस के खिलाफ एक प्रस्ताव पास किया है। प्रस्ताव में रूस को आतंक का प्रायोजक देश बताया गया है। प्रस्ताव में कहा गया है कि राजनीतिक उद्देश्य से लिए गए फैसले की वजह से नरसंहार बढ़ा है।
इस बीच यह भी खबर है कि यूक्रेन युद्ध में रूस अब खूंखार कैदियों के सहारे इस जंग को लड़ रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने कैदियों को यह आफर दिया है कि वह यूक्रेन में जंग लड़ते हैं तो उन्हें जेल से मुक्ति मिल जाएगी। कैदियों और उनके रिश्तेदारों के बीच हुई बातचीत में रूस के इस योजना का खुलासा हुआ है। यूक्रेन की जंग में पिछले छह महीने में हजारों की तादाद में सैनिकों की जान गंवाने वाला रूस अब खूंखार कैदियों के सहारे इस युद्ध को लड़ रहा है। इन रूसी कैदियों में से कई युद्ध के दौरान घायल हो गए हैं और वे अपने घरों को वापस लौट रहे हैं।
इससे पहले खबर आई थी कि रूस उत्तर कोरिया से सैनिकों की मदद मांग रहा है। पिछले छह महीने से चल रहे युद्ध में रूस के हजारों की संख्या में सैनिक मारे गए हैं। इससे रूस के सामान्य सैनिक बहुत कम हो गए हैं, वहीं यूक्रेन की ओर से भी अभी जोरदार पलटवार किया जा रहा है। यही वजह है कि अब रूस को खूंखार कैदियों को भी अपनी सेना में शामिल करना पड़ रहा है।