केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- "भारत का लक्ष्य है दुनिया के लिए प्रमुख सेमीकंडक्टर सप्लायर बनना"
केन्द्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत दुनियाभर के लिए प्रमुख सेमीकंडक्टर सप्लायर बनने के लिए तैयार है। इसके लिए सरकार ने 10 अरब डॉलर का निवेश किया है। उद्योग अगले 6-7 वर्षों में दोगुना हो सकता है।
दावोस, ऑनलाइन डेस्क। केन्द्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 19 जनवरी को कहा कि वैश्विक सेमीकंडक्टर बाजार में हमारे लिए एक बड़ा अवसर है। इस क्षेत्र में भारत दुनिया के लिए एक प्रमुख सप्लायर बन सकता है। इसके लिए सरकार की ओर से 10 अरब डॉलर का निवेश भी किया गया है।
विश्व आर्थिक मंच 2023 की वार्षिक बैठक के एक सत्र के दौरान उन्होंने कहा, "एक बहुत बड़े बाजार को सेमीकंडक्टर की जरूरत है और भारत के पास बेहतर बुनियादी ढांचा, प्रतिभा और प्रौद्योगिकी है, जिसके जरिए वो एक सेमीकंडक्टर सप्लायर के तौर पर उभर कर सामने आ सकता है।
"सरकार खुद 10 अरब डॉलर का निवेश कर रही"
उन्होंने कहा, "हमारे विश्वविद्यालय बड़ी संख्या में प्रतिभा को बढ़ावा दे रहे हैं। हमने भी अपने यहां के छात्रों में प्रतिभा के सही विस्तार के लिए कई विश्वविद्यालयों के साथ खुद को जोड़ा है।" सरकार की अपनी निवेश योजनाओं के बारे में सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार खुद 10 अरब डॉलर का निवेश कर रही है और उसने लंबे समय के लिए एक प्रोग्राम तैयार किया है।
उन्होंने कहा, "हमें लगता है कि भारत, पूरी दुनिया के लिए एक प्रमुख सेमीकंडक्टर सप्लायर बनने की क्षमता रखता है। यहां इलेक्ट्रिकल वाहनों सहित सभी अत्याधुनिक तकनीकों आवश्यकताओं को पूरा करने के तरीके हैं। हमें भरोसा है कि मांग बहुत बड़ी होने वाली है। उद्योग अगले 6-7 वर्षों में दोगुना होकर 1 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने वाला है, जिसमें विकास दर में बड़े पैमाने पर तेजी आएगी।"
वैष्णव ने यह भी कहा कि सरकार पर्यावरण के प्रति सचेत है और यह सुनिश्चित करेगी कि नई फैक्ट्रियों को हरित ऊर्जा की आपूर्ति की जाए।
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