Rohingya Refugees: हिंद महासागर में फंसे 185 रोहिंग्या, संयुक्त राष्ट्र ने की तत्काल बचाने की अपील
संयुक्त राष्ट्र ने हिंद महासागर में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास एक संकटग्रस्त नाव पर सवार 185 लोगों को तत्काल बचाने का आह्वान किया है। यूएनएचसीआर शरणार्थी एजेंसी ने एक बयान में कहा कि नाव पर सवार लोगों में लगभग 70 बच्चे और 88 महिलाएं हैं। उन्होंने कहा नाव पर सवार एक दर्जन लोगों की हालत गंभीर है जबकि एक व्यक्ति की पहले ही मौत हो चुकी है।
एएफपी, जिनेवा। संयुक्त राष्ट्र ने हिंद महासागर में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास एक संकटग्रस्त नाव पर सवार 185 लोगों को तत्काल बचाने का आह्वान किया है।
70 बच्चे और 88 महिलाएं हैं सवार
यूएनएचसीआर शरणार्थी एजेंसी ने एक बयान में कहा कि नाव पर सवार लोगों में लगभग 70 बच्चे और 88 महिलाएं हैं। उन्होंने कहा कि नाव पर सवार एक दर्जन लोगों की हालत गंभीर है, जबकि एक व्यक्ति की पहले ही मौत हो चुकी है।
क्या बोले यूएनएचसीआर के प्रवक्ता?
यूएनएचसीआर के प्रवक्ता बाबर बलूच ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि एजेंसी उन प्रवासियों को बचाने के लिए क्षेत्र के सभी तटीय अधिकारियों से संपर्क कर रही है। उन्होंने कहा कि यह वास्तव में निराशाजनक स्थिति है।
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2,000 से अधिक रोहिंग्या ने की जोखिम भरी यात्रा
यूएनएचसीआर के अनुसार, ऐसा माना जा रहा है कि 2022 से दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के लिए 2,000 से अधिक रोहिंग्या लोगों ने जोखिम भरी यात्रा की कोशिश की थी। बता दें कि म्यांमार में उत्पीड़न के शिकार हजारों रोहिंग्या मुस्लिम हर साल मलेशिया या इंडोनेशिया पहुंचने की कोशिश में म्यांमार और बांग्लादेश के शरणार्थी शिविरों से जोखिम भरी समुद्री यात्रा करते हैं।