Attack On Hindu Temple: बांग्लादेश में प्राचीन हिंदू मंदिर पर हमला, शरारती तत्वों ने मूर्ति को किया नष्ट
बांग्लादेश में शरारती तत्वों ने एक काफी पुराने हिंदू मंदिर में एक देवता की मूर्ति को नष्ट कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। बांग्लादेश में इस तरह की कई घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी है।
By AgencyEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Fri, 07 Oct 2022 09:57 PM (IST)
ढाका, एजेंसी। बांग्लादेश में शरारती तत्वों ने एक काफी पुराने हिंदू मंदिर में एक देवता की मूर्ति को नष्ट कर दिया। इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। जानकारी के मुताबिक, पश्चिमी बांग्लादेश में औपनिवेशिक काल के एक मंदिर में इस घटना को अंजाम दिया गया है। मालूम हो कि बांग्लादेश में इस तरह की कई घटनाएं पहले भी सामने आ चुकी है। इन घटनाओं ने दो समुदाय के बीच विवाद भी पैदा किया है।
बांग्लादेश के झेनैदाह जिले की घटना
स्थानीय न्यूज पोर्टल ने मंदिर के अध्यक्ष सुकुमार कुंडा के हवाले से बताया कि बांग्लादेश के झेनैदाह जिले के दौतिया गांव में काली मंदिर के अधिकारियों को शुक्रवार को मूर्ति के टुकड़े मिले। उन्होंने कहा कि मूर्ति का सिर मंदिर के परिसर से आधा किलोमीटर दूर सड़क पर पाया गया। कुंडा ने कहा कि ये मंदिर काफी प्रचीन है। उन्होंने कहा कि हिंदू समुदाय के लोग यहां औपनिवेशिक काल से ही पूजा करते आ रहे हैं।
मूर्ति विजर्जन के बाद हुई घटना
बता दें कि यह घटना बांग्लादेश में 10 दिवसीय दुर्गा पूजा उत्सव के खत्म होने के 24 घंटे के बाद सामने आई है। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा समाप्ति के बाद विभिन्न नदी घाटों पर विजयादशमी के अवसर पर मूर्तियों का विजर्जन किया गया। बांग्लादेश पूजा उत्सव परिषद के महासचिव चंदनाथ पोद्दार ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया, 'घटना रात में झेनैदाह के मंदिर में हुई।' ढाका यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर चंदनाथ पोद्दार ने इस घटना को छिटपुट और दुर्भाग्यपूर्ण बताया। क्योंकि देश में 10 दिवसीय दशहरा में कहीं कोई ऐसी घटनाएं नहीं घटी।
पिछले साल हुई घटना में छह लोगों की हुई थी मौत
झेनैदाह के ASP अमित कुमार बर्मन ने कहा, 'इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है और अज्ञातों के खिलाफ तलाशी अभियान जारी है।' बता दें कि इस घटना को छोड़कर, इस साल पूरे बांग्लादेश में दुर्गा पूजा उत्सव शांतिपूर्वक मनाया गया। पिछले साल की तुलना में इस वर्ष सब कुछ सामान्य रहा। पिछले साल देश में दुर्गा पूजा समारोह के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा और झड़पों में कम से कम छह लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हो गए थे। मुस्लिम बहुल बांग्लादेश में 16.9 करोड़ आबादी में हिंदुओं की संख्या करीब 10 फीसदी है।
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