अफगान शांति प्रक्रिया के नए अमेरिकी दूत थामस वेस्ट, खलीलजाद ने दिया इस्तीफा- ब्लिंकन
अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को दो माह से अधिक का समय बीत चुका है। इसके बाद देश में कई बड़े बदलाव हुए और अब तालिबान की अंतरिम सरकार देश पर शासन कर रही है। इस बीच आज यह अहम खबर सामने आई है।
By Monika MinalEdited By: Updated: Tue, 19 Oct 2021 07:19 AM (IST)
वाशिंगटन, एएफपी। अफगान शांति प्रक्रिया के लिए नियुक्त अमेरिकी दूत जलमय खलीलजाद ने सोमवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह जानकारी ब्लिंकन ने दी है। बता दें कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे को दो माह से अधिक का समय बीत चुका है। इसके बाद देश में कई बड़े बदलाव हुए और अब तालिबान की अंतरिम सरकार देश पर शासन कर रही है। इस बीच आज यह अहम खबर सामने आई है।
Thank you to Ambassador Zalmay Khalilzad for decades of tireless service to the United States. Pleased to welcome Thomas West to the role of Special Representative for Afghanistan. @US4AfghanPeace
— Secretary Antony Blinken (@SecBlinken) October 18, 2021
अमेरिका के विशेष दूत के तौर पर खलीलजाद अफगान नेताओं से शांति वार्ता पर चर्चा करने के लिए नियुक्त किए गए थे। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से नियुक्त किए गए खलीलजाद ने ही साल 2020 में दोहा में तालिबान के साथ हुई शांति वार्ता को अमेरिका की तरफ से अगुवाई की थी। खलीलजाद वर्ष 2007 से 2009 तक संयुक्त राष्ट्र (UN) में अमेरिका के स्थायी प्रतिनिधि के तौर पर नियुक्त थे। वो साल 2005 से 2007 तक इराक में अमेरिकी राजदूत के तौर पर रहे और साल 2003-2005 तक अफगानिस्तान के राजदूत थे।
खलीलजाद की भूमिका पर अटकलें
कुछ अन्य विशेषज्ञ मानते हैं कि खलीलजाद ने अपने व्यक्तिगत और पारिवारिक हितों को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष राजनीतिक एजेंडा अपनाया। वहीं अटलांटिक काउंसिल के अनिवासी वरिष्ठ फेलो कमल आलम ने अफगानिस्तान में फैली अराजकता और विनाश के लिए जिम्मेदार जलमय खलीलजाद को ही बताया। उन्होंने यहां तक कहा कि कथित वित्तीय भ्रष्टाचार के लिए उनकी जांच होनी चाहिए।
2014 में आस्ट्रिया ने खलीलजाद से संबंधित वित्तीय जांच कराई थी और अमेरिकी न्याय विभाग की जानकारी के आधार पर यूरोपीय देश में उनकी पत्नी के खातों को सील कर दिया था, क्योंकि उन्हें इराक और संयुक्त अरब अमीरात में व्यावसायिक गतिविधियों से संबंधित मनी लांड्रिंग का संदेह था।